आम आम की है शान निराली, फलों का राजा कहलाता, कच्चा हो या हो पक्का, यह सबके मन को भाता। बचपन में तो …
Read more »पास से दूर को देखो नजरे पास की धूंधलि हो गई। पर दूर का अच्छा देखती है। इसलिए पास वालो से ज्यादा दूर…
Read more »क्षमा कर क्षमा और माॅंग क्षमा , सज्जन शोभे सदा क्षमा । क्षमाविहीन सज्जन कहाॅं , क्षमाहीन को जैसे यक…
Read more »मानवोदय ने आयोजित की लघुकथा सह काव्य गोष्ठी पटना सिटी। आज मानवोदय की ओर से लघुकथा गोष्ठी सह काव्य ग…
Read more »बुढ़ापा का प्यार और शादी ( कहानी ) जय प्रकाश कुवंर रतनलाल जी ८० साल की उम्र में प्रेम बिबाह करने …
Read more »"सत्य की त्रयी" हर बात के तीन पहलू होते हैं—आपका, उनका एवं परम सत्य का। हम अपनी सीमित द…
Read more »वैदिक वर्ण व्यवस्था में शूद्र किसे माना गया है आनंद हठिला पादरली (मुंबई) शोचनीयः शोच्यां स्थितिमापन…
Read more »सृष्टि की संभाल,अब करेंगे महाकाल देवशयनी एकादशी अनुपम, बेला विष्णु क्षीरसागर प्रस्थान । चातुर्मास अ…
Read more »इस गुरुवार को गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर आईए जानें शिष्य के जीवन में गुरु का महत्व.... ‘गुरु’ कौन…
Read more »कवाई थर्मल पॉवर प्लांट के विस्तरण की जनसुनवाई सफलतापूर्वक सम्पन्न प्रस्तावित 3200 मेगावाट अल्ट्रा स…
Read more »अब होगा एक्शन और मॉन्स्टर्स का फुलऑन धमाका! एंड पिक्चर्स ला रहा है धमाकेदार फिल्म फेस्टिवल – ‘चीनीव…
Read more »कैसे डेविड कोरेन्स्वेट ने की सुपरमैन बनने की तैयारी; बाहर से भी, भीतर से भी मुंबई, जुलाई 2025: वार्…
Read more »बिहार एसआईआर का प्रारंभिक चरण पूरा फॉर्मों के मुद्रण और वितरण का कार्य लगभग संपन्न एसआईआर में कोई ब…
Read more »नरेंद्र मोदी सरकार ने ग्यारह वर्षों में श्रेष्ठ भारत की बना दी तस्वीर प्रियरंजन भारती प्रधानमंत्री …
Read more »“सनातन महाकुंभ” या निजी महोत्सव? – व्यवस्था की विफलता और जनता के साथ विश्वासघात ✍️ डॉ राकेश दत्त मि…
Read more »पचपन मे भी वो बचपन, अक्सर दिख जाता है, राह मे पेड पर लटका, आम जब दिख जाता है। भरी दोपहर और हो लथपथ,…
Read more »सावन न पनघट है न पनिहारिन न ग्वाल बचे न ही ग्वालिन, दूध दही की बात करें क्या मट्ठा मक्खन हुआ पुराती…
Read more »जब कुंठाओं से ग्रस्त आदमी रहता है, मीठे को भी खारा खट्टा वह कहता है। नहीं देखता अच्छाई, कमियों को द…
Read more »नये दौर में पिता पूछ रहे नये दौर में पिता पूछ रहे, लड़की लड़के दोनों से, शादी किस से तुमको करनी, पू…
Read more »घन बरसे चहूॅं ओर बिहार तरसे बरसा हेतु , घन बरसे है चहूॅं ओर । घन घना घन घन बरसे , पवन उड़ाय दूजे छो…
Read more »ये जिंदगी आपकी है गाए जा गाए जा गाए जा , गीत खुशी के गाए जा । ये जिंदगी है आपकी , तू कौम पे लुटाए ज…
Read more »घर परिवार सुख दुख की परिभाषा हम सबको समझा दो। सुख दुख क्या होता है दुनिया को बता दो। माना की मानव ज…
Read more »स्पर्श की अनुभूति को,अभिव्यक्ति बन जाने दो हर पर स्पर्श अंतर, छिपा हुआ एक मर्म । सुखद हो या अवांछित…
Read more »जाति धर्म का जहर कोबरा के जहर का, फिर भी इलाज है। आदमी का जहर अब, बनता जा रहा बेइलाज है।। इस देश मे…
Read more »"दर्पण बनो, कांच नहीं'" मित्रों कांच के टुकड़े नुकीले होते हैं। वे चोट पहुँचाते हैं…
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कठिन दौर जब भी आता है अँजनी कुमार पाठक अँजनी कुमार पाठक कठिन दौर जब भी आता है मानवता की परिभाषा का …
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