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कवाई थर्मल पॉवर प्लांट के विस्तरण की जनसुनवाई सफलतापूर्वक सम्पन्न

कवाई थर्मल पॉवर प्लांट के विस्तरण की जनसुनवाई सफलतापूर्वक सम्पन्न

  • प्रस्तावित 3200 मेगावाट अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट को लेकर ग्रामीणों ने दिखाई सक्रिय भागीदारी
  • अटरू तहसील के कवाई गाँव में जनभागीदारी के साथ हुई खुली चर्चा
  • पर्यावरणीय प्रभावों और विकास से जुड़े मुद्दों पर ग्रामीणों ने रखे सुझाव
  • अदाणी पॉवर लिमिटेड द्वारा बारां जिले में की गईं पहलों को ग्रामीणों ने सराहा

कवाई (अटरू), 7 जुलाई, 2025: बारां जिले के अटरू तहसील अंतर्गत ग्राम कवाई में प्रस्तावित 3200 (4x800) मेगावाट अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट के विस्तार को लेकर सोमवार को जनसुनवाई का सफल आयोजन किया गया। यह जनसुनवाई पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु भारत सरकार पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना क्रमांक 1533 दिनाँक 14 सितंबर, 2006 एवं उसके बाद के संशोधनों के प्रावधानों के अंतर्गत आयोजित की गई। इस परियोजना में पहले से संचालित 1320 (2x660) मेगावाट संयंत्र में क्षमता वृद्धि की जाएगी, जिसे चरण-॥ के तहत मेसर्स अदाणी पॉवर लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित किया गया है।

इस जनसुनवाई का आयोजन राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, झालावाड़ के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अधिसूचना दिनांक 14 सितंबर, 2006 एवं बाद के संशोधनों के प्रावधानों के अनुसार किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता उपखंड मजिस्ट्रेट, अटरू ओमप्रकाश चंदेलिया ने की, जिन्हें जिला कलेक्टर बारां श्री रोहिताश्व सिंह तोमर द्वारा अधिकृत किया गया था। इस अवसर पर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग यादव सहित परियोजना से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जनसुनवाई में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियों ने भाग लेकर परियोजना से संबंधित विषयों पर विचार साझा किए। साथ ही, नई पर्यावरणीय तकनीकों को अपनाने और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास भी कार्यक्रम में महत्वपूर्ण आकर्षण रहे।

जनसुनवाई में पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन रिपोर्ट के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। ग्रामीणों ने रोजगार, जल, वायु और हरियाली से जुड़े सवाल पूछे और परियोजना से संभावित सामाजिक व आर्थिक लाभों पर सुझाव रखे। साथ ही उन्होंने यह भी अपेक्षा जताई कि कंपनी द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका से जुड़े क्षेत्रीय विकास कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जाए।

अदाणी पॉवर लिमिटेड द्वारा बारां जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और आजीविका के क्षेत्र में कई सार्थक पहलें की गई हैं, जिनकी ग्रामीणों ने खुलकर सराहना की। 'हरित पर्यावरण कार्यक्रम' के तहत 15 सरकारी व आवासीय विद्यालयों में सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिससे 4500 से अधिक विद्यार्थियों को लगातार बिजली और बेहतर शिक्षा की सुविधा मिल रही है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए, नवोदय कोचिंग क्लासेस की शुरुआत की गई। वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 12 जिला अस्पताल और 24 घंटे एम्बुलेंस सेवाएँ शुरू की गईं। दूध डेयरी की स्थापना से ग्रामीणों को रोज़गार के नए अवसर मिले हैं।

साथ ही, अदाणी फाउंडेशन द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अमापुर गाँव में महिला-संचालित डेयरी कारोबार से 500 से ज्यादा महिलाएँ जुड़ी हुई हैं। यहाँ दूध संग्रह केंद्रों की स्थापना से ग्रामीण परिवारों को स्थायी आमदनी हो रही है। वहीं, पर्यावरण संरक्षण के लिए जिले में पौधारोपण किया गया है।

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