रावण का अंतिम संस्कार और विभीषण का राज्याभिषेक डॉ राकेश कुमार आर्य संकेत किया श्री राम ने , विभीषण…
Read more »मंदोदरी का विलाप डॉ राकेश कुमार आर्य रामचंद्र जी विभीषण को पूर्व में ही यह वचन दे चुके थे कि लंका क…
Read more »विभीषण जी का विलाप डॉ राकेश कुमार आर्य कहा जाता है कि:- खून आखिर खून है यह बेवफा होता नहीं। वक्त के…
Read more »रावण वध युद्ध में सारथी की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है । जहां युद्ध में योद्धा अपने प्रतिद्वंदी …
Read more »भगवान विष्णु की अनन्त शक्ति और उनकी निरंतरता का प्रतीक है अनन्त पूजा दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन…
Read more »घोन्सार जय प्रकाश कुवंर भारतवर्ष की बहुसंख्यक आबादी आज भी गांवों में ही रहती है। देश के हरेक राज्य…
Read more »हर पल संजोएं, हर रिश्ते निभाएं ज़िंदगी एक अनमोल उपहार है, और हर पल एक नया अवसर। हम अक्सर इतने व्यस्…
Read more »अतृप्त पूर्वजों से कष्ट के कारण तथा उसका स्वरूप अतृप्त पूर्वजों के कारण होनेवाले कष्ट से रक्षा हेतु…
Read more »तर्पण एवं पितृतर्पण १. तर्पण अ. व्युत्पत्ति एवं अर्थ ‘तृप्’ अर्थात तृप्त अथवा संतुष्ट करना । ‘तृप्’…
Read more »देवपूजा की क्रिया बाएं से दाएं तथा वही क्रिया श्राद्ध में दाएं से बाएं क्यों करना चाहिए ? ‘देवकर्म …
Read more »देवकार्य में निषिद्ध मानी गई चांदी की वस्तुओं का उपयोग श्राद्ध में क्यों करना चाहिए ? पूजाकार्य में…
Read more »शास्त्रों के अनुसार श्राद्धकर्म न करने से होनेवाली हानि हिन्दू धर्मशास्त्र के अनुसार मृत व्यक्ति के…
Read more »श्राद्ध में भोजन परोसने की पद्धति १. पितृपात्र में (पितरों के लिए परोसी गई थाली में) उलटी दिशा में …
Read more »श्राद्ध संबंधी कुछ शास्त्रीय जानकारी प्रश्न : प्राय: संध्या, रात्रि, संधिकाल एवं उनके निकट का समय श…
Read more »श्राद्धकर्म : पितृऋण चुकाने का सहज एवं सरल मार्ग हिंदू धर्म में उल्लेखित ईश्वरप्राप्ति के मूलभूत सि…
Read more »सम्पूर्ण विश्व के विद्वानों ने कालान्तर से ही हिंदी के महत्त्व और महत्ता को स्वीकारा है। डॉ अ कीर्…
Read more »शरीर के दश द्वार जय प्रकाश कुवंर हमारे शरीर को एक अस्थायी घर माना जा सकता है, जिसमें हमारा प्राण या…
Read more »मायावी लंकेश मर गया डॉ राकेश कुमार आर्य रामचंद्र जी ने आज युद्ध का मोर्चा स्वयं संभाला हुआ था। वह न…
Read more »लंकेश हुआ भयभीत डॉ राकेश कुमार आर्य रामचंद्र जी आज युद्ध का अंत कर देना चाहते थे । यही कारण था कि व…
Read more »सृजनाभिनंदनम कार्यक्रम में किया गया कई पुस्तकों का विमोचन : राष्ट्र निर्माण में साहित्य और साहित्यक…
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