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नौकरानी
वृक्षारोपण
बलात्कारी को मिले सजा मौत की, जरूरी है,
नेता जी
सबके पिया आ गये साजन
कारगिल के वीर भाई
जमाना हुआ है जालिम ,
दुश्मनों के पत्थर से सीने में
कारगिल के वीर की पुकार
रावण का अनुसरण
जीवन और मृत्यु का संवाद
फिर गुल बनकर खिल गए,हिंद की मुस्कान में
कल्प-सरीखे गुजरे कितने विरस बरस, तुम नजर न आए।
दशरथ का विलाप और देहांत
आखरी सत्य
अब मैं किश्तों में मर रहा हूँ।।
चलें शिव के दरबारे
हमारा हिंदुस्तान
भाई-बहन का रिश्ता
सावन की महिमा