ॲंधेरे का दूसरा नाम ॲंधेरे का ही दूसरा नाम रात है , दर्शन का दूसरा नाम मुलाकात है । जितने भी साबित …
Read more »झोफड़ी के द्वार भी दीपक जले, , देखो।। डा रामकृष्ण मिश्र किसी भी घर में अँधेरा टिक नहीं पाए कहीं भी …
Read more »"अद्वैत पथिक" पंकज शर्मा अपने पाँवों से चला तो जाना— रास्ते कितने अनंत हैं, और यह अनंत मन…
Read more »वाणी का खेल संजय जैन "बीना" वंश के वंश मिट गये अभिमान के चलते देखो। माना नहीं जिंदा में ज…
Read more »मेरे एहसास कैसा कुठाराघात है विश्वास पर , वज्र प्रहार किया तूने प्यास पर । विश्वास उठा जहर से भी अब…
Read more »"ब्राह्मण की बुद्धि" (स्वजातीय आत्ममंथनात्मक कविता) ✍️ डॉ. रवि शंकर मिश्र "राकेश&q…
Read more »(डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जयंती_2025 ) हे कलाम,आपको अनंत प्रणाम प्रेरणा पुंज व्यक्तित्व कृतित्व, शो…
Read more »"मौन का आश्रय" पंकज शर्मा अपनी अहमियत का शोर क्यों मचाना? हृदय के आकाश में कुछ नक्षत्र स्…
Read more »त्रिविध यात्रा : विज्ञान, अध्यात्म और तकनीक रचना --- डॉ. रवि शंकर मिश्र "राकेश" ज…
Read more »छठ महिमा सुरेन्द्र कुमार रंजन छठि मइया की महिमा है अपरम्पार , इनकी उपासना करते हम बारम्बार। कार्…
Read more »छठ महापर्व गीत सत्येन्द्र कुमार पाठक कार्तिक शुक्ल चौथ सुहाई, नहाय खाय की बेला आई। घर-घर पावनता छा …
Read more »अंहकार ले डूबा अंहकार ने डूबो दिया देखो अच्छें अच्छों को। कुछ भी पास नही रहा देखो उनके जीवन में। मा…
Read more »पांच पर्वों का गीत सत्येन्द्र कुमार पाठक धनतेरस का दिन है आया, पूजा-थाली लाओ। नए बर्तन माँ-पापा संग…
Read more »थोड़ा ठहरिए... दीप जलाइए मन में भी डॉ. रवि शंकर मिश्र "राकेश" थोड़ा ठहरिए, दीप जलाइ…
Read more »"टूटे हुए किनारों का राग" पंकज शर्मा वक्त की जलराशि में हमारी आवाज़ें बह गईं— कुछ तो शब्द…
Read more »पुस्तक ज्ञान का खज़ाना पुस्तक हमें देता है ज्ञान, मिट जाता है अज्ञान। विद्वान बनकर हम, लोगों को देत…
Read more »मिट्टी के दीयों संग,शुभता समृद्धि परंपरा उमंग कुमार महेंद्र हृदय स्वदेशी सौंधी महक, निज संस्कृति…
Read more »जीवन का चक्र सुख-दुख जीवन में आते है। खुदके कर्मों के कारण जो। सुख में जो उछला करते है। जिसके कारण …
Read more »दीप करोड़ों जले, जलेंगे फिर भी।। डा रामकृष्ण मिश्र तिमिर का जंजाल जब विकराल हो जाता नियति के पर्…
Read more »मर रहे हो जाति पर बूझी पड़ी हैं दीपक की बाति , नहीं नजरें तुम्हारी बाति पर । कूट कूट कर जो लूट चुका…
Read more »स्वास्थ्य बीमा का विस्तृत विश्लेषण: व्यक्तिगत बनाम फैमिली फ्लोटर—परिवार के लिए सही कवच डॉ. राकेश दत…
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