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हम थम जाते हैं कुछ देर
चित्र लेखन
तेरा आना प्रिय
क्या?
अंतस वो दीप जलता ही रहा.
शिव नर्तन बहुत जरूरी है
आम के टिकोले
वो अच्छे लगने लगे
दुर्बल को ही तीव्र प्रखरता का
सियासी दूकानें
आझ तक बात जे हिरदा में नुकौले रहली।
चिनगी पेसल ई रउदारी
कैसे समझूॅं सत्ययुग आ रहा है ।
मैं गैरों से तो जीत गया,
रम रहे हो सब मे राम!
शस्त्र और शास्त्र का, समन्वय होना चाहिए,
देशद्रोही जो भी होगा, बस वह मारा जायेगा,
मूल से ज्यादा सूद, जगत में प्यारा लगता है,
पैसा
भाषा का महत्व