राष्ट्रभाषा हिन्दी राष्ट्र प्रेम की बात चले तो हिंदी कोयल कूक सुनाती है अजर अमर और अविरल धारा हिं…
Read more »शायद शरद् आया द्वार।। डॉ रामकृष्ण मिश्र उफनाती नदियों का जोश हो गया ढीला थमा -थमा - सा बादल राग। पू…
Read more »स्वयं को ढूंढने की यात्रा व्यस्त हैं सब, धरा पर दौड़ लगाते, दूसरों की कमियों को ही निभाते। नज़रें ह…
Read more »प्यार ही प्यार हिन्द व हिन्दी में , प्यार ही प्यार है । दोनों होते अधूरे , प्यार बेशुमार है ।। दोनो…
Read more »हिन्दी ही संस्कृत की बेटी , संस्कृत से हमारी संस्कृति । संस्कृत है भारत का गौरव , जिसे हिन्दी से ही…
Read more »जिंदगी पाप पुण्य की पटरी पर दौड़ती, यह जिंदगी एक रेलगाड़ी है। भाग्य और कर्म हैं पहिए इसके, वक्त एक …
Read more »मंत्री मुझको ही बनवाना यदि जो मैं मंत्री होता, काली कमाई विदेशों में छिपाता । सगे-संबंधी व मित्रों…
Read more »मुंबई वालों की भावना समयसागर जी की राह निहार के। मुंबई वाले कब से खड़े है इंतजार में। सब की अँखियों …
Read more »किस विधि तुमको ध्याउं प्रभु जी। किस विधि तुमको पाउं।। मन है कि कुछ समझ न पाता। जग है कि मन को भरमात…
Read more »कठिन जीवन है मगर इन्सानियत भी है। डॉ रामकृष्ण मिश्र कठिन जीवन है मगर इन्सानियत भी है। है भविष्य सम…
Read more »अपना तो हर दिन हर पल हिन्दी का, सोना जगना, खाना पीना हिन्दी का। भूल गये अब तो हम अंग्रेजी लिखना, या…
Read more »दुःखी मां यह सोच बड़े नाजों से पाली थी तुम्हें, कि बढ़ा होकर बुढ़ापे का सहारा बनेगा। मेरी सारी परेश…
Read more »नन्हा सिपाही देश हमारा कितना प्यारा , सबकी आँखों का है तारा । नन्हें - मुन्ने इसके गहने, रंग-बिरंग…
Read more »मुस्कुराती रहे मेरी हिन्दी जग में चँहुओर अरविन्द अकेला आज दिवस है जन गण मन की हिन्दी का, मिलकर बढ़ा…
Read more »बने हिन्दी अब देश की राष्ट्रभाषा अरविन्द अकेला बने हिन्दी अब देश की राष्ट्रभाषा पूर्ण हो जन,गण,मन …
Read more »अश्व धोक संग,अलौकिक ज्योत चमत्कार शेखावाटी स्वर्ण नगरी नवलगढ़, छटा अद्भुत अनुपम विशेष । अति कृपा नग…
Read more »एक कल सीखाकर है जाता , दूसरा महद आनेवाला कल । काटे नहीं कट पाता है समय , मधुर मिलन इंतजार के पल ।। …
Read more »अखबार हुआ महद जीवन में , अनभिज्ञ से भी परिचय कराता । जिसे देखा सुना नहीं कभी भी , उसकी भी जानकारी द…
Read more »कैसे कहूँ कि भारत बने महान, इस राष्ट्र के बच्चे करते हैं धूम्रपान । जहाँ मिलता है सिर्फ भ्रष्टाचार …
Read more »खतरा बन चुका है मानव प्रेम करूणा व सद्भावना से, मानव जीवन खुशहाल था । इसके बिना मानव जीवन, नरक से …
Read more »सृजनाभिनंदनम कार्यक्रम में किया गया कई पुस्तकों का विमोचन : राष्ट्र निर्माण में साहित्य और साहित्यक…
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