कविता लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैंसभी दिखाएं
बालमन
ताउम्र भागते रहे, अब तनिक ठहराव आया,
नहीं अभागा कहता खुद को, निज जीवन इठलाता हूँ,
हो तेरी कृपा मुझ पर......
दर्पण
राजनगर पुलिस ने चोरी के वाहनों का नंबर प्लेट बदलकर बेचने वाले सरगना को किया गिरफ्तार
स्वागत नई सदी का
निर्भीक बनो आक्रामक नहीं
नये दिनमान भाग्य हमारे
शक्ति रूप तुम हो नारी
मिस्टी सी मुस्कान