मैं और मेरे में ही सिमट गये हैं सारे रिश्ते, ताऊ चाचा बुआ भतीजा दर पर ठिठके। अंकल आन्टी भी कहाँ परव…
Read more »भीगी प्रेम दीवानी राधा तन भीगा है मन भीगा है, रंगों से उपवन भीगा है। भीगी प्रेम दीवानी राधा, चोली द…
Read more »दर्द ए दास्तां कोयल की दर्द ए दास्तां कोयल बोली ईश्वर ने दी प्यारी बोली। रंग तो काला कर डाला कैसी ख…
Read more »महिला- दिवस को समर्पित: हमारी भी हैं कुछ पहचान मार्कण्डेय शारदेय सृष्टि की हम भी हैं मुस्कान। हमारी…
Read more »एक दौर था सासू का एक दौर था सासू का, डंका बजता था घर भर में, सासू का जब हुक्म हुआ, बहू नाचती घर भर …
Read more »रंग-विरंगे फूलों जैसे अंतर्मन उद्गार हुए । साँझी की रचनाओं में रँग हँसी- हँसी में प्यार हुए ।। कहाँ…
Read more »महिला प्रबंधक बिना वेतन जो काम करे न कोई छुट्टी न कोई गम। बस समय पर काम करे और लोगों को खुश रखे। बत…
Read more »रंगो से प्रेम करके प्रेम मोहब्बत से भरा, ये रंगों त्यौहार है। जिसमें राधा कृष्ण का जिक्र बेसुमार है…
Read more »होली और हम होली में हिरण्यकश्यप से कर्म जलायें,कथा प्रहलाद की घर घर पहुंचायें होली में होलिकाओं के …
Read more »मौन की पीडा महिला दिवस पर पुरुष मन की बात खामोशी जब पसरती है कभी आँगन में तो कभी मन से मन के दरम्या…
Read more »आओ खेलें जमकर होली, रंग- अबीर- गुलाल से, विनम्र निवेदन --- सभी देशवासियों से निवेदन है कि होली के प…
Read more »होली खेलो कान्हा ऐसी होली खेलो कान्हा ऐसी, अंग अंग रंग जाये, भीगे चुनरी मोरी ऐसी, रंग न छूटन पाये। …
Read more »होली है तुम्हें कैसे रंग लगाएं, और कैसे होली मनाएं ? दिल कहता है होली, एक-दूजे के दिलों में खेलो क्…
Read more »होली की है रुत आयी, आजा परदेसी मन तरसे। होली की है रुत आयी, आजा परदेसी मन तरसे। फूली सरसो लदी है अम…
Read more »तनी छेडऽ बसुलिआ के तान(मगही गीत) तनी छेडऽ बसुलिआ के तान कि नेहिआ के भोर हो रहल।। दखिनाहा हउआ जे गुद…
Read more »रंग दूँ तुझे मैं अपने रंग में आजा तुझे अबीर लगा दूँ, कर दूँ तुझे रंगों से श्रृंगार, रंग दूँ तुझे मै…
Read more »इन्द्र्धनुष के रंगों जैसा, मुझको रंग दो, होली के रंगों को, सतरंगी कर दो। राग-द्वेष, बैर-भाव, नफ़रत ज…
Read more »मुखौटों कि दुनिया मुखौटों कि दुनिया मे रहता है आदमी, मुखौटों पर मुखौटे लगता है आदमी। बार बार बदलकर …
Read more »पर उपदेश होली खेलो सूखी यारों, पानी बर्बाद न करो, दिवाली पर चला पटाखे, वायु खराब न करो, ढोंगी, पाखन…
Read more »बदला है नववर्ष, नया संवत आया है, अ कीर्तिवर्धन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारम्भ भारतीय नववर्ष विक्र…
Read more »मैं विष पायी नीलकंठ भी बन जाऊँगा।। मैं विष पायी नीलकंठ भी बन जाऊँगा।। दिशा चतुर्दिक अंधकार के दुर्…
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