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नारी
होली
होली अपनो के संग
विज्ञापन की दुनिया को, ज़रा ध्यान से देखो तुम
पिज़्ज़ा सस्ता सब्ज़ी महँगी हो गई
अबकी होली में
फागुन
बांसुरी
टूट ना जाये
जिन्दगी हो चार दिन या शतायु बनती रहे
गुलाबी रंग
आप के धर्म युद्ध पर
गौरवशाली भारत
उड़ती पतंग सी फितरत
परेशानी
जिसका दिल
हम पुराने हो गए
जीत मे भी, हार मे भी
नारी नर पर भारी है,
वीर विनायक दामोदर सावरकर