Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

हे भोले भंडारी

हे भोले भंडारी

डॉ उषाकिरण श्रीवास्तव


हे भोले भंडारी तोहर
लीला अपरम्पार हए,
तूअबिनासी घट-घट के बासी
तोहर महिमा अगम अपार हए।


तू कैलास बिराजे भोले नाथ
तोहर जटा में गंगा धार हए,
तीनों लोक के तू हता मालिक
तू समदर्सी त्रिकाल हए ।


तू त्रिसूल आ डमरू धारी
करइछा बसहा बैल सबारी,
सब देओता के देओ महादेओ
तू कालों के महाकाल हए ।


श्रद्धा-भक्ति से जे कोनो ध्याबे
ओक्कर बेरा पार हए,
सब संकट में प्रान परे तऽ
बस ओम नमः सिबाय हए।


हे भोले भंडारी तोहर
लीला अपरम्पार है ।

डॉ उषाकिरण श्रीवास्तव,
मुजफ्फरपुर
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ