Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

'शब्दवीणा' की संगीत संध्या 'सरगम' में बाल कलाकार शिवांश शेखर ने बिखेरा शास्त्रीय संगीत का जादू सात वर्षीय शिवांश की रचनात्मक प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोह लिया

'शब्दवीणा' की संगीत संध्या 'सरगम' में बाल कलाकार शिवांश शेखर ने बिखेरा शास्त्रीय संगीत का जादू

  • सात वर्षीय शिवांश की रचनात्मक प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोह लिया
  • शब्दवीणा के कार्यक्रम सुंदर, स्तरीय एवं सांस्कृतिक समर्पण के प्रतीक हैं – पुरुषोत्तम तिवारी

गया/जहानाबाद, 06 जुलाई।
राष्ट्रीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ‘शब्दवीणा’ द्वारा आयोजित साप्ताहिक संगीत संध्या 'सरगम' का आयोजन हर शुक्रवार को देशभर के संगीत प्रेमियों को भारतीय शास्त्रीय संगीत से जोड़ रहा है। इसी क्रम में गत शुक्रवार को शब्दवीणा संगीत कला मंच एवं जहानाबाद जिला समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में सात वर्षीय बाल कलाकार शिवांश शेखर ने अपनी अद्भुत शास्त्रीय गायन प्रतिभा से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 'शब्दवीणा' के केन्द्रीय फेसबुक पेज से किया गया, जिसे देशभर के संगीतप्रेमियों और विद्वानों ने उत्साहपूर्वक देखा और सराहा।
शिवांश शेखर की मनमोहक प्रस्तुति

इस संगीतमय संध्या में शिवांश शेखर ने हारमोनियम पर तबले की सुंदर संगत के साथ रागों की विविध शैलियों में छोटा ख्याल, बड़ा ख्याल, गीत एवं भजन की प्रस्तुतियाँ दीं। उनकी गायन प्रस्तुति इतनी भावपूर्ण और संतुलित थी कि श्रोता भावविभोर हो उठे।

उन्होंने राग पटदीप पर आधारित छोटा ख्याल "छाँडो, छाँड़ो बइयाँ कन्हइया", राग आसावरी का "अंखियां लागी रहति निशदिन प्यारे तिहारी", और राग मालकोश पर आधारित "कोयलिया बोले अमवाँ की डार पर" प्रस्तुत कर श्रोताओं को रागों की गहराई से परिचित कराया।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने भजन "सजा दो घर को गुलशन-सा अवध में राम आए हैं" और "जीवन के इस कठिन डगर में कब हो जाए शाम रे" की भावनात्मक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण रुद्राष्टकम् का ओजपूर्ण पाठ रहा, जिसे शिवांश ने शिवभक्ति भाव से प्रस्तुत किया।
श्रोताओं की भावभीनी प्रतिक्रिया

कार्यक्रम में पुरुषोत्तम तिवारी, वंदना चौधरी, डॉ. रवि प्रकाश, पी. के. मोहन, महावीर सिंह वीर, सीमा सिन्हा, सुबोध कुमार झा, ललित शंकर, दीपक कुमार, अनिल कुमार, रूबी कुमारी, हिमांशु शेखर, आर. के. निगम, सरोज कुमार, जैनेन्द्र कुमार मालवीय, महेश मिश्र मधुकर, फतेहपाल सिंह सारंग, सुनील कुमार उपाध्याय सहित देशभर से जुड़े संगीतप्रेमियों और दर्शकों ने शिवांश की प्रस्तुति पर वाहवाही दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रतिभा का गौरवपूर्ण मंच बन रहा ‘सरगम’

‘शब्दवीणा’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शिनी ने जानकारी दी कि 'सरगम' का उद्देश्य बाल एवं युवा प्रतिभाओं को एक गौरवपूर्ण राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है, जहाँ वे अपनी कला को निखार सकें। उन्होंने बताया कि शिवांश शेखर की उम्र मात्र सात वर्ष है और वे वरिष्ठ कवि एवं शब्दवीणा जहानाबाद जिला संरक्षक दीपक कुमार के पौत्र हैं। वर्तमान में वे डीएवी स्कूल, जहानाबाद में अध्ययनरत हैं।

डॉ. रश्मि ने यह भी बताया कि ‘सरगम’ कार्यक्रम में शुभांगी सिंह, चाँदनी बसोया, वैष्णवी श्रीवास्तव, खुशी कुमारी जैसे बाल एवं युवा कलाकार भी अपनी प्रस्तुति से मंच को जीवंत बना चुके हैं। इस मंच के माध्यम से भारत के सांस्कृतिक मूल्यों और शास्त्रीय परंपराओं को आने वाली पीढ़ियों से जोड़ने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है।
‘शब्दवीणा’ के कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर ज़ोर – पुरुषोत्तम तिवारी

‘शब्दवीणा’ के राष्ट्रीय परामर्शदाता पुरुषोत्तम तिवारी ने कहा कि संस्था द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रम सुंदर, सुनियोजित, स्तरीय एवं बेहतर होते हैं। उनका मानना है कि “शब्दवीणा केवल कार्यक्रम नहीं करती, बल्कि संस्कृति, साहित्य और संगीत के मूल्यों को देश के कोने-कोने में संप्रेषित करती है।” उन्होंने बताया कि शब्दवीणा द्वारा देशभर में निरंतर साहित्य, संगीत, कला एवं भारतीय संस्कृति के संवर्धन हेतु विविध कार्यक्रमों का आयोजन होता रहेगा।
निष्कर्ष 'शब्दवीणा' की संगीत संध्या 'सरगम' में शिवांश शेखर जैसे नन्हे कलाकार की प्रस्तुति ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। ऐसे आयोजनों से भारतीय शास्त्रीय संगीत की परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। शब्दवीणा का यह प्रयास प्रशंसनीय है और भविष्य में यह मंच और भी कई उभरती प्रतिभाओं को जगजाहिर करने में सहायक सिद्ध होगा।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ