उत्तराखण्ड को परियोजनाओं का तोहफा

उत्तराखण्ड को परियोजनाओं का तोहफा

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

उत्तराखण्ड का जन्म होने से पहले कुमाऊँ क्षेत्र में 1976 में लखवाड़ विद्युत परियोजना के बारे में विचार किया गया था। इसके बाद उत्तराखण्ड अलग राज्य बन गया। अब 46 साल बाद इस परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने किया। नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर रखते हुए कहा कि उस समय की सरकार ने उत्तर प्रदेश के इस हिस्से का विकास करने पर ध्यान ही नहीं दिया। इसका नतीजा यह रहा कि सैकड़ों गांवों की कितनी ही पीढ़ियां सुविधाओं के अभाव में प्यारा उत्तराखण्ड छोड़कर कहीं और जाकर बस गयीं। अब उत्तराखण्ड का दशक है। डबल इंजन की सरकार उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र तक शत-प्रतिशत बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने का निरंतर प्रयास कर रही है। मोदी की उत्तराखण्ड में इस बीच कई यात्राएं हो चुकी हैं और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की आधार भूमि मजबूत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों उत्तराखंड में 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 6 परियोजनाओं का उद्घाटन और लखवाड़ बहुउद्देश्यीय परियोजना सहित 17 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुमाऊं आने का सौभाग्य मिला तो कई पुरानी यादें ताजा हो गई हैं। अपने संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकार और उसकी नीतियों पर जबर्दस्त हमला किया। उन्होंने कहा कि ऐसा गुनाह और पाप करने वालों को भूल जाओगे क्या? कोई देश सोच नहीं सकता है कि 5 दशक तक एक योजना फाइलों में इधर-उधर लटकती रहे। मेरा 7 साल का अनुभव है कि ऐसी फाइलों को ढूंढ़ कर काम किया जाना चाहिए। मैं इसको ठीक करूंगा और आप उनको ठीक करिये दृ ठीक है? पीएम ने कहा कि उत्तराखंड में टूरिज्म का विकास हो रहा है। पूरी दुनिया में योग की तरफ बढ़ रहा आकर्षण उत्तराखंड की तरफ ही खींच कर लाने वाला है। ये दशक उत्तराखंड का दशक बनाएंगे। पीएम ने तंज करते हुए कहा कि यहां के लोगो ने दो धाराएं और देखी हैं। एक धारा है पहाड़ को विकास से वंचित रखो और दूसरी है पहाड़ के विकास के लिए दिन-रात एक कर दो। पहली धारा वाले आप लोगों को विकास से वंचित रखने वाले हैं। हमेशा मेहनत से भागते रहे। सैकड़ों गांवों की कितनी पीढ़ियां अच्छी सुविधा के अभाव में प्यारा उत्तराखंड छोड़कर कहीं और जाकर बसीं। आज उत्तराखंड में विकास कार्यों के ये शिलान्यास महज शिला पत्थर नहीं है, ये वे संकल्प शिलाएं हैं, जो डबल इंजन की सरकार सिद्ध करके दिखाएगी।

नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर रखते हुए कहा कि पहले जो सरकार में रहे हैं, ये उनका परमानेंट ट्रेडमार्क रहा है। आज यहां उत्तराखंड में जिस लखवाड़ प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ है, उसका भी यही इतिहास है। इस परियोजना के बारे में पहली बार 1976 में सोचा गया था। आज 46 साल बाद, हमारी सरकार ने इसके काम का शिलान्यास किया है। जब हम किसी ऐतिहासिक स्थल पर जाते हैं तो वहां हमें ये बताया जाता है कि इस स्थान को इतने साल पहले बनाया गया था, ये इमारत इतनी पुरानी है। दशकों तक देश का ये हाल रहा है कि बड़ी योजनाओं की बात आते ही कहा जाता था- ये योजना इतने साल से अटकी हैं, ये प्रोजेक्ट इतने दशक से अधूरा है। ऐसा गुनाह और पाप करने वालों को भूल जाओगे क्या?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान किसी को भुगतना पड़ा है, तो वह हमारी बेटी-माता को भुगतना पड़ा है। शौचालय नहीं होने की सबसे ज्यादा दिक्कत बहनदृबेटियों को उठानी पड़ी है। छत टपकती है तो बहनों को तकलीफ, स्वास्थ्य सुविधा नहीं तो सबसे ज्यादा दुख मां को। उत्तराखंड अपनी स्थापना के 20 साल पूरे कर चुका है। इन वर्षों में आपने ऐसे भी सरकार चलाने वाले देखे हैं जो कहते थे- चाहे उत्तराखंड को लूट लो, मेरी सरकार बचा लो। इन लोगों ने दोनों हाथों से उत्तराखंड को लूटा। जिन्हें उत्तराखंड से प्यार हो, वो ऐसा सोच भी नहीं सकते। वैसे आज जब जनता जनार्दन इन लोगों की सच्चाई जान चुकी है, तो इन लोगों ने एक नई दुकान खोल रखी है। वो दुकान है- अफवाह फैलाने की। अफवाह बनाओ, फिर उसे प्रचारित करो और उसी अफवाह को सच मानकर दिनरात चिल्लाते रहो। पीएम मोदी ने कहा, ‘सच्चाई यही है कि जो पहले सरकार में थे, उन्होंने उत्तराखंड के सामर्थ्य की परवाह नहीं की। राज्य की अधिकतर आबादी को पानी की किल्लत के साथ जिंदगी गुजारनी पड़ रही है। नैनीताल झील की सुध नहीं ली, उसके सौंदर्यीकरण के लिए काम किया जाएगा। आज यहां 17,000 करोड़ रुपये से भी अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। ये सभी प्रोजेक्ट्स कुमाऊं के सभी साथियों को बेहतर कनेक्टिविटी और बेहतर सुविधाएं देने वाले हैं। हल्द्वानी वाले के लिए नए साल की एक और सौगात लेकर आया हूं। हल्द्वानी के विकास के लिए लगभग 2 हजार करोड़ रुपये की योजना लेकर आ रहा हूं। हल्द्वानी में पानी, सिवरेज, पार्किंग, स्ट्रीट लाइट सभी जगह अभूतपूर्व सुधार होगा। इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए ऐसे ही विकास कार्यों पर जोर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘टनकपुर रेल लाइन पर भ्रम फैलाने की कोशिश हुई। हम उत्तराखंड में आवागमन को आसान बना रहे हैं। विकास योजनाओं को 4 दशक तक लटकाया गया। पहले की असुविधा और अभाव को अब सुविधा और सद्भाव में बदला जा रहा है। उन्होंने आपको मूल सुविधाओं का अभाव दिया, हम हर वर्ग हर क्षेत्र तक शत प्रतिशत बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने के लिए दिनरात एक कर रहे हैं।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘विकास परियोजनाओं में बाधा डालने के लिए यह उन लोगों का स्थायी ट्रेडमार्क रहा है जो पहले सरकार में थे। आज शुरू हुई लखवाड़ परियोजना का वही इतिहास है, जिसके बारे में पहली बार 1976 में सोचा गया था। आज 46 साल बाद हमारी सरकार ने इसके काम की आधारशिला रखी है।’

अगले साल की शुरुआत में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने दिल्ली में स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक बुलाई थी। दिल्ली में होने वाली स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक में सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा होनी है। कांग्रेस में हरीश रावत को सीएम फेस बनाने का झगड़ा सड़क तक आ चुका था लेकिन उसे दबा दिया गया है। भाजपा में भी हरक सिंह रावत नाराज थे लेकिन पीएम ने उनकी भी नाराजगी दूर कर दी है।

कांग्रेस के कई कद्दावर नेता अपने परिवार के अन्य सदस्यों के लिए टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने अलावा अपनी बेटी के लिए विधानसभा का टिकट मांग रहे हैं। वहीं नेता विपक्ष प्रीतम सिंह भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य भी अपने साथ अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। इसलिए राज्य के विकास कार्य ही चुनाव के नतीजे तय करेंगे। (हिफी)
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