Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

गीता मानव जीवन की सबसे बड़ी पथ प्रदर्शिका :-- निवेदिता सिन्हा

गीता मानव जीवन की सबसे बड़ी पथ प्रदर्शिका :-- निवेदिता सिन्हा

पटना:-- राजधानी पटना के एजी कालोनी स्थित आर.सी.सेंट्रल स्कूल के तत्वावधान में गीता जयंती के पावन अवसर पर गीता सार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विधिवत उद्घाटन समाजसेविका एवं ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद् व राष्ट्र सेविका समिति, दक्षिण बिहार प्रांत के सह कार्यवाहिका बड़ी बहन श्रीमती निवेदिता सिन्हा दीदी, समाजसेवी श्री पप्पू कुमार जी , गायत्री परिवार की संयोजिका श्रीमती प्रियंका कुमारी सहित अन्य मातृ-शक्तियों के सौम्य उपस्थिति में श्री कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम प्रमुख श्रीमती अमृता सिन्हा ने किया जबकि आगत अतिथियों का परिचय प्रधानाचार्य राकेश कुमार मिश्र ने कराया।उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात् गीता जयंती के अवसर पर अपने उद्बोधन में श्रीमती निवेदिता सिन्हा ने कहा कि "गीता मानव जीवन की सबसे बड़ी पथ प्रदर्शिका है। गीता भगवान श्री कृष्ण के श्रीमुख से निसृत वह अमृतमयी औषधि है जिसके सेवन से जीवन के आंतरिक विकारों का निराकरण होकर जीवन कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। गीता भटकाने वाला ग्रंथ नहीं अपितु भटके हुए मानव को उसके कर्तव्य पथ का बोध कराने वाला ग्रंथ है।संत ज्ञानदेव जी से लेकर महर्षि अरविन्द, महर्षि रमण, स्वामी विवेकानंद, पंडित मदनमोहन मालवीय जी जैसे अनेकानेक जिस महापुरुष ने मां गीता जी की गोद का आश्रय लिया उसका जीवन समाज के लिए एक प्रेरणा एवं आदर्श अवश्य बना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी श्री पप्पू कुमार जी ने कहा कि "जीवन का कोई ऐसा प्रश्न नहीं जिसका उत्तर गीता में नहीं हो।विषाद से प्रसाद तक की यात्रा,भोग से योग की यात्रा एवं प्रमाद से आह्लाद की यात्रा कराने वाला ग्रंथ ही गीता है।"प्रधानाचार्य श्री राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि -"अपनी उपयोगिता एवं प्रासांगिकता के कारण ही आज गीता ने सम्पूर्ण विश्व में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है।एक श्रेष्ठ एवं आदर्शमय जीवन के लिए गीता जी का आश्रय अवश्य होना चाहिए।गीता जयंती के पावन अवसर पर गीता सार प्रतियोगिता का आयोजन क्रमशः तीन समूहों यथा - श्री कृष्ण समूह (नवम- दशम) , महर्षि संदीपनी समूह (षष्ठ से अष्टम) एवं माता यशोदा समूह (द्वितीय से पंचम) के बीच कराया गया जिसमें तीनों समूह के बच्चों ने बढ़ चढ़ कर प्रस्तुति देकर सबों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान माता यशोदा समूह, द्वितीय स्थान -श्रीकृष्ण समूह एवं तृतीय स्थान महर्षि संदीपनी समूह ने प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को आकर्षक प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। आभार ज्ञापन शिक्षिका डा.प्रज्ञान दीदी ने किया।इस अवसर पर श्री शिव कुमार साहू,आर्यन कुमार, राकेश कुमार, ज्योति कुमारी, सविता कुमारी, गुंजा सिंह,काजल कुमारी, रामविनय सिंह, धर्मेंद्र कुमार सुधांशु, चंचला कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ