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विश्व एड्स दिवस: नर्मदा संस्था की अनूठी पहल, औरंगाबाद से रोहतास तक गूंजा 'एड्स मुक्त समाज' का नारा

विश्व एड्स दिवस: नर्मदा संस्था की अनूठी पहल, औरंगाबाद से रोहतास तक गूंजा 'एड्स मुक्त समाज' का नारा

  • सजगता ही बचाव है: सचिव अरविन्द पाण्डेय ने जागरूकता यात्रा के दौरान लोगों को दिलाई स्वास्थ्य सुरक्षा की शपथ
औरंगाबाद/रोहतास:
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर नर्मदा संस्था ने सामाजिक सरोकार की दिशा में एक सशक्त कदम उठाते हुए औरंगाबाद और रोहतास जिले में विशाल जागरूकता रैली और विशेष जागरूकता यात्रा का आयोजन किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना और लोगों को सुरक्षित स्वास्थ्य प्रथाओं के प्रति जागरूक करना था।

जागरूकता यात्रा का आगाज

नर्मदा संस्था के तत्वावधान में आयोजित इस विशेष जागरूकता यात्रा की शुरुआत उत्साहपूर्ण वातावरण में हुई। रैली में शामिल संस्था के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने हाथों में तख्तियां और बैनर ले रखे थे, जिन पर "एड्स से बचाव ही उपचार है" और "भेदभाव नहीं, प्रेम बांटें" जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। यह यात्रा औरंगाबाद के विभिन्न मुख्य मार्गों से होते हुए रोहतास जिले तक पहुंची, जहां इसने एक जन-आंदोलन का रूप ले लिया।

सचिव अरविन्द पाण्डेय का संबोधन

जागरूकता यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों पर सभाओं का आयोजन किया गया। इस दौरान नर्मदा संस्था के सचिव श्री अरविन्द पाण्डेय ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने एचआईवी के संक्रमण, इसके कारण और बचाव के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

श्री पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा:

"एड्स केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि अज्ञानता के कारण उपजा एक सामाजिक कलंक भी बन गया है। हमें यह समझना होगा कि एचआईवी छूने, साथ खाने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता। पीड़ित व्यक्तियों को तिरस्कार की नहीं, बल्कि हमारे सहयोग और स्नेह की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को आगे आकर इस लड़ाई का नेतृत्व करना होगा।"

कार्यक्रम के मुख्य बिंदु

  • इस जागरूकता अभियान के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष जोर दिया गया:
  • भ्रांतियों का निवारण: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एड्स को लेकर व्याप्त गलत धारणाओं को दूर किया गया।
  • जांच को प्रोत्साहन: लोगों को सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध मुफ्त जांच और उपचार सुविधाओं (ART सेंटर्स) की जानकारी दी गई।
  • युवा भागीदारी: औरंगाबाद और रोहतास के युवाओं ने रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और समाज को नशामुक्ति और सुरक्षित जीवन शैली का संदेश दिया।
  • शपथ ग्रहण: कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने 'एड्स मुक्त भारत' बनाने और संक्रमित लोगों के प्रति भेदभाव खत्म करने की शपथ ली।


समापन और प्रभाव


औरंगाबाद से शुरू होकर रोहतास तक चली इस विशेष यात्रा ने हजारों लोगों का ध्यान आकर्षित किया। स्थानीय नागरिकों और बुद्धिजीवियों ने नर्मदा संस्था और सचिव अरविन्द पाण्डेय के इस प्रयास की सराहना की। संस्था ने संकल्प लिया कि स्वास्थ्य जागरूकता का यह अभियान केवल एक दिवस तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे निरंतर जारी रखा जाएगा।

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