Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

शब्दवीणा के मंच पर काव्य संग्रह 'तब तक रुकना ही पड़ेगा' का हुआ भव्य लोकार्पण

शब्दवीणा के मंच पर काव्य संग्रह 'तब तक रुकना ही पड़ेगा' का हुआ भव्य लोकार्पण

  • पुस्तक लोकार्पण सत्र के उपरांत काव्य गोष्ठी में पढ़ी गयीं शानदार रचनाएँ
गया जी। राष्ट्रीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था 'शब्दवीणा' की पश्चिम बंगाल प्रदेश समिति के तत्वावधान में एवं शब्दवीणा की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष रामनाथ बेख़बर, प्रदेश संरक्षक पुरुषोत्तम तिवारी, प्रदेश सचिव राम पुकार सिंह के निर्देशन में कोलकाता के विवेकानंद रोड अवस्थित प्रॉग्रेसिव हॉल में शब्दवीणा की मासिक प्रादेशिक काव्य गोष्ठी एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था, जिसका शुभारंभ कवयित्री हिमाद्रि मिश्रा द्वारा सुमधुर स्वर में प्रस्तुत शब्दवीणा गीत से हुआ।

प्रथम सत्र पुस्तक लोकार्पण सत्र था, जिसमें मंचासीन गणमान्य अतिथियों द्वारा शब्दवीणा के पश्चिम बंगाल प्रदेश उपाध्यक्ष कवि हीरालाल साव के काव्य संग्रह "तब तक रुकना ही पड़ेगा" का सामूहिक रूप से लोकार्पण किया गया। पुस्तक लोकार्पण सत्र की अध्यक्षता शायर इमरान राक़ीम ने तथा संचालन शब्दवीणा के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष रामनाथ बेख़बर ने किया। श्री बेख़बर ने कवि हीरालाल द्वारा रचित काव्य संग्रह को भावपूर्ण रचनाओं का संग्रह बतलाया। डॉ० शिव प्रकाश दास ने लोकार्पित संग्रह की विस्तृत समीक्षा की। इस सत्र में राम पुकार सिंह, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय तथा हीरालाल साव जी मंचासीन रहे। वरिष्ठ कवि जय कुमार रुसवा के साथ भोला प्रसाद, कृष्णानन्द मिश्र, अश्विनी झा, राम प्रवेश राय आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही। सदीनामा के जितेंद्र जितांशु और रेणुका रेणु आदि के साथ तमाम रचनाकारों ने हीरालाल साव को बधाई प्रेषित की।

दूसरे सत्र में आयोजित शब्दवीणा की मासिक काव्यगोष्ठी की अध्यक्षता आकाशवाणी, कोलकाता की उद्घोषिका व कवयित्री सविता पोद्दार ने की, तथा संचालन शब्दवीणा पश्चिम बंगाल के प्रदेश संगठन मंत्री डॉ शिव प्रकाश दास ने किया। काव्य सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शंकर रावत, विशिष्ट अतिथि हिमाद्रि मिश्रा, शायर शकील गोंडवी एवं मशहूर ग़ज़लकार नन्दलाल रोशन मंच पर आसीन रहे। प्रो जीवन सिंह, नन्दलाल रोशन, डॉ शाहिद फ़रोगी, इमरान राक़ीम, दीपा साव, शंकर रावत, शकील गोंडवी, नगेन्द्र दुबे, हिमाद्रि मिश्रा, रंजना झा, रंजीत भारती, कंचन राय, मानस कुमार, गौरव केशरी, इमरान राक़ीम, रामनाथ बेख़बर, हीरालाल साव, रामपुकार सिंह, देवेश मिश्र, डॉ शिव प्रकाश दास, ज्ञान प्रकाश पांडेय, रामाकांत सिन्हा,जीवन सिंह ने एक से बढ़कर एक गीत, ग़ज़ल, दोहे, मुक्तक एवं छंद प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण शब्दवीणा केन्द्रीय फेसबुक पेज से किया गया, जिससे देश के विभिन्न भागों से जुड़े साहित्यानुरागियों ने शब्दवीणा पश्चिम बंगाल प्रदेश समिति की मासिक काव्यगोष्ठी का लुत्फ़ उठाया।

जीवन सिंह ने गंवई मिठास के गीतों से सबके मन को भाव विभोर कर दिया। रामनाथ बेख़बर के शेर "कहीं बोलना है कहीं बोलते हैं। जहाँ बोलना है नहीं बोलते हैं", डॉ० फ़रोगी के "अमीर तुम हो तो बन्दा भी एक शायर है, अदब से बात करो मुझसे आदमी की तरह", तथा ज्ञान प्रकाश पाण्डेय के शेर "इश्क़ मिट्टी से कुछ यक़ीनन है, पेड़ यूँ ही हरा नहीं होता" पर खूब वाहवाहियाँ लगीं। डॉ० शिव प्रकाश दास की "मेरी दिनचर्या में शामिल रहा सिर्फ तुम्हारा प्रेम। तुम्हारे प्रेम में मैंने पा लिया है ईश्वर", ग़ज़लकार नन्द लाल रोशन की पंक्तियाँ "यहां जो छांव मिली मुस्कुरा के बैठ गये। सफ़र के हारे तेरे दर पे आ के बैठ गये", इमरान राक़ीम नालन्दवी के शेर "रेत पर लिख्खी कहानी को है पढ़ना मुश्किल, होश वालों से तमाशा नहीं होने वाला" एवं हीरालाल साव की पँक्तियाँ "इस सड़ी गली व्यवस्था में अपने आप को झोंक दो, नहीं तो खंजर उठाओ और उसके सीने में भोंक दो, जो इसके लिए जिम्मेवार है" को भी खूब सराहना मिली।

राम पुकार सिंह 'गाजीपुरी' की रचना "वतन के लिए आगे आना पड़ेगा, बिगुल भी जहाँ में बजाना पड़ेगा" सुन श्रोता देशभक्ति के भाव से भर उठे। रामाकांत सिन्हा ने "मन के सारे दर्पण टूटे अश्कों की बौछारों से, मेरा दिल भी है घायल, पतझड़ नहीं, बहारों से", तथा दीपा साव की "शहर में गुजारा करना कोई बच्चों का खेल नहीं होता" को भी मंच से काफी प्रशंसा मिली। धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश संयोजक देवेश मिश्र ने किया।

हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ