Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

जीवन का चक्र

जीवन का चक्र

सुख-दुख जीवन में आते है।
खुदके कर्मों के कारण जो।
सुख में जो उछला करते है।
जिसके कारण दुख आते है।।


कर्मों का फल मिलता है।
पूर्व कर्मों के कारण उसे।
जिंदगी परीक्षा जरूर लेती है।
सुख-दुख और दर्दो को देकर।।


मिलती है सफलता उसे ही।
जो खुदके पर विश्वास रखते है।
जीवन की डोर उसकी जोड़ती है।
जो दूसरे की भावनाएं समझते है।।


जिंदगी हमारी एक खिलौना है।
जो जीवन भर खेल खेलती है।
जीवन के उतार-चढ़ाव दिखती है।
और समय चक्र को समझती है।।


जय जिनेंद्र


संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ