बिहारी,सौम्य शील शिष्ट सदाचारी
अप्रतिम प्रतिभा शाली व्यक्तित्व,
कृतित्व अंतर श्रम निष्ठता अपार ।
अभावों संग खुशहाली निर्झर,
सतत राष्ट्र प्रगति कर्णधार ।
प्रशासन तंत्र प्रेरणास्पद कड़ी,
हर पल देश हित बलिहारी ।
बिहारी,सौम्य शील शिष्ट सदाचारी ।।
अंतःकरण नालंदा दीप्ति,
व्यवहार पटल वैशाली ।
बोध गया युक्त विचार धारा,
आस्था पट नैसर्गिक लाली ।
कृषि श्रम आजीविका श्रोत,
संस्कृति परंपरा बहु परकारी ।
बिहारी,सौम्य शील शिष्ट सदाचारी ।।
बोधि वृक्ष छांव तले,
जीवन सत्यता अहसास ।
गणित खगोल चिकित्सा सह,
तर्क शास्त्र ज्ञान उल्लास ।
गौरवशाली इतिहास पैनोरमा,
मखाना लिट्टी चोखा स्वाद धारी ।
बिहारी,सौम्य शील शिष्ट सदाचारी ।।
अद्भुत अनुपम मिथिला पेंटिंग,
लोक राग रंग अपनत्व अथाह ।
अति मनोरम छठ पूजा महापर्व,
रग रग प्रकृति उपासना प्रवाह ।
छठी मैया असीम कृपा आशीष,
सूर्य देव दृष्टि सुख _वैभव कारी ।
बिहारी,सौम्य शील शिष्ट सदाचारी ।।
*कुमार महेंद्र*
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag


0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com