शक्ति के वंदन से,विजय श्री अभिनंदन
दृढ़ संकल्प लक्ष्यबद्ध कर्म,सकारात्मक सोच परम बिंदु ।
आशा उमंग हर्ष हिलोरित,
सरित आनंद अंतर सिंधु ।
सत्य अटल शाश्वत अप्रतिम,
सदा अस्त असत्य क्रंदन ।
शक्ति के वंदन से,विजय श्री अभिनंदन ।।
स्वच्छ स्वस्थ तन मन,
सफलता प्राप्य अहम ।
परास्त पथ कंटक बाधा,
आत्मविश्वास मैत्री पैहम ।
धर्म रक्षा प्रतिज्ञा शीर्ष,
निज संस्कृति संस्कार मंडन ।
शक्ति के वंदन से,विजय श्री अभिनंदन ।।
चिंतन मनन भाव तरंगिणी,
पुरुषार्थ पथ दिव्य गमन ।
आचमन आध्यात्म ओज,
नैराश्य वैमनस्य मूल शमन ।
शौर्य साहस पराक्रम संग,
रणभूमि जयकार रंजन ।
शक्ति के वंदन से,विजय श्री अभिनंदन ।।
पाप काम क्रोध लोभ,
प्रगति राह वृहत्त बाधा ।
मोह मद अहंकार आलस्य संग,
सुख समृद्धि वैभव आधा ।
हिंसा चोरी जड़ तज,
जीवन सुरभि सम चंदन ।
शक्ति के वंदन से,विजय श्री अभिनंदन ।।
*कुमार महेंद्र*
(स्वरचित मौलिक रचना)
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