Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

"पायल का मौन आमंत्रण"

"पायल का मौन आमंत्रण"

पंकज शर्मा
धड़कनों के ताल पर
जो हलचल उठती है,
वह किसी गोरी के पग में
थिरकती पायल की झंकार से
कुछ अलग नहीं।


हर स्पंदन में
उसकी स्मित का कंपन है,
हर श्वास में
उसके अधरों की मधुरिमा।
मन के गहन कोनों में
उसके रूप की छाया उतर आती है
जैसे रजनी में चन्द्र किरणें
धीमे-धीमे उतरती हैं
धरती की गोद में।


उसकी दृष्टि की लहरें
हृदय-नदी को छूकर
अकथ सरगम रच देती हैं,
और मन झूम उठता है
जैसे वनफूलों पर
अचानक बरसी वर्षा।


कभी वह चुप्पी में भी बोलती है—
पायल की रुनझुन में छिपा
गोपनीय आमंत्रण,
जो प्रिय के कानों तक पहुँचकर
उसके हृदय को अनायास
संवेदनाओं से भर देता है।


पायल की हर झंकार
रति का शिलालेख है,
जिस पर अंकित हैं
संगम, संकोच और आकुलता के स्वर।
वह ध्वनि—
मानो संध्या की वेला में
दो नयनों के मिलन का
गुप्त उत्सव हो।


. स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित
✍️ "कमल की कलम से"✍️ (शब्दों की अस्मिता का अनुष्ठान)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ