Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

श्यामा प्रसाद मुखर्जी,सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता

(प्रख्यात राष्ट्रवादी चिंतक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर कुछ पंक्तियाँ सादर निवेदित हैं)

श्यामा प्रसाद मुखर्जी,सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता

अहम भूमिका राष्ट्र निर्माण,
प्रखर राष्ट्रवादी चिंतन धारा ।
अखंडता अक्षुण्ण प्रयास प्रबल,
व्यक्तित्व अंतर साहस पसारा ।
वैकल्पिक राजनीति मूल स्तंभ,
जनसंघ स्थापना भाव नवेता ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी,सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता
।।


स्वतंत्रता हेतु सतत् संघर्ष,
अंग्रेजी शासन विरोध पुरजोर ।
एक देश एक कानून पक्षधर,
राष्ट्र वंदना वैचारिक भोर ।
महान शिक्षाविद् राष्ट्रभक्त,
प्रतिभाशाली अप्रतिम विधिवेत्ता ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता
।।


बापू आग्रह मंत्री पद स्वीकार,
दायित्व उद्योग-आपूर्ति विभाग ।
नेहरू संग वैचारिक मतभेद,
राष्ट्र हित तत्काल पद त्याग ।
हर निर्णय राष्ट्र सशक्ति ओर,
जाबांजी कृतित्व जीवन श्वेता ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता
।।


जम्मू-कश्मीर पश्चिम बंगाल हेतु,
विलय स्वर सदा उग्र ओजस्वी ।
शिक्षा भाषा सुरक्षा संरक्षण,
लघु उद्योग क्षेत्र कृत्य यशस्वी ।
ध्येय एक भारत श्रेष्ठ भारत,
सेवा संग जनमानस विजेता ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी,सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता
।।


कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ