Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

जयति जय जय भारती

जयति जय जय भारती

पर्वतराज मुखमंडल शोभा,
मुकुट मणि दिव्य कश्मीर।
पंजाब बंगाल सुदृढ़ स्कंद,
नयन पावन सम गंगा नीर ।
पश्चिमी घाट जैव विविधता ,
पूर्वी नियंत्रण जल पसारती ।
जयति जय जय भारती ।।


कन्या कुमारी चरण बिंब,
पग साधक हिंद महासागर ।
ह्रदय स्थल चंदन सुरभि,
रज रज साहस शौर्य गागर ।
अर्पण तर्पण अठखेलियों संग,
परिवेश अपनत्व विसारती ।
जयति जय जय भारती ।।


कंकर कंकर उपमा शंकर ,
बिंदु बिंदु भागीरथी जल ।
स्वाभिमान रक्षा परम ध्येय,
भिन्नता सह एकता सकल ।
स्तुत सर्व धर्म समभाव,
स्नेह भाईचारा हलकारती ।
जयति जय जय भारती ।।


इतिहास पटल गौरव व्यंजना,
मार्ग दर्शक संस्कृति संस्कार ।
मर्यादा वसित लोक जीवन,
परंपराएं उत्सविक आधार ।
शिक्षा विज्ञान खेलकूद क्षेत्र,
समग्र प्रगति पथ संवारती ।
जयति जय जय भारती ।।


कुमार महेन्द्र


(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ