गाथा फैली घर-घर है,

गाथा फैली घर-घर है,

वीर पुरुष महाराणा प्रताप, आपकी जयंती पर वंदन।आपकी वीरता रहे सदैव, हमारे लिए प्रेरणा स्रोत।🔱🗡️🚩🕉️💐🙏

गाथा फैली घर-घर है,
वीरता की चमक है सच्ची,
राणा प्रताप, नाम तुम्हारा,
स्वर्णिम इतिहास में अमर है।

आजादी की राह चले तुम,
शत्रुओं से लोहा लिया,
चेतक घोड़े पर सवार होकर,
रणभूमि में जय पा लिया।

सुख से मुख को मोड़ चले तुम,
भोगों की चाह नहीं मन में,
कठिन जीवन जीकर भी,
अपना गौरव नहीं झुकाया।


“नहीं रहूं परतंत्र किसी का,”
यह घोषणा थी तुम्हारी,
हर वीर के लिए प्रेरणा बनकर,
तुम चिरंजीवी हो राणा प्रताप।


तेरा घोष अति प्रखर है,
वीरता की गूंज है चारों ओर,
आज भी तुम्हारी वीरता की कहानी,
हर भारतवासी के ह्रदय में है।


राणा तेरा नाम अमर है,
पीढ़ियों को प्रेरित करता,
स्वतंत्रता की भावना को जगाकर,
तुम देश का गौरव बन रहे हो।


. स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित
 (कमल की कलम से)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ