"प्रकृति की विविधता हमें प्रेरणा देती है।"

"प्रकृति की विविधता हमें प्रेरणा देती है।"

"एक ही पेड़ के फल भी एक समान नहीं होते, कुछ बड़े, कुछ छोटे, कुछ मीठे, कुछ कड़वे। इसलिए अपनी तुलना दूसरों से मत करो। यह आपकी आंतरिक शांति को समाप्त कर सकता है।"

इसी तरह, मनुष्य भी अपनी विशेषताओं, क्षमताओं और अनुभवों के साथ अद्वितीय होता है। किसी दूसरे से तुलना करना न केवल बेमानी है, बल्कि हानिकारक भी।

तुलना आत्मसम्मान को कम करती है : जब हम खुद को दूसरों से कमतर समझते हैं, तो आत्मविश्वास कम होता है।

यह ईर्ष्या और नकारात्मकता पैदा करती है : दूसरों की सफलता देखकर हम ईर्ष्या और हीन भावना महसूस करते हैं।

तुलना आंतरिक शांति को भंग करती है : हम लगातार दूसरों की तुलना में खुद को कमतर समझते रहते हैं, जिससे मन अशांत रहता है।

अपनी तुलना खुद से करें : अपनी कमियों को स्वीकार करें और उन्हें सुधारने का प्रयास करें।

अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें : अपनी प्रतिभा और योग्यता पर भरोसा रखें।

अपनी यात्रा का आनंद लें : दूसरों की तुलना में खुद को खोने की बजाय, अपनी जीवन यात्रा का आनंद लें।

. "सनातन"
(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार) 
 पंकज शर्मा (कमल सनातनी)
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