जनवरी 2024 के कुछ महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार

जनवरी 2024 के कुछ महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार

लेखक: रवि शेखर सिन्हा उर्फ आचार्य मनमोहन।
ज्योतिष मार्तंड एवं जन्म कुंडली विशेषज्ञ।
मैं आप सबको और आप सबके हृदय में विराजमान ईश्वर को प्रणाम करता हूं और धन्यवाद करता हूं। वर्ष 2023 बीत चुका और अब आरंभ हो चुका है वर्ष 2024. नव वर्ष 2024 की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मां जगदंबा और महादेव हम सब की रक्षा करें, कृपा करें और ईसवी सन् 2024 हम सबके लिए शुभमय,लाभमय और मंगलमय हो। इन्हीं शुभकामनाओं के साथ आइए चर्चा करते हैं जनवरी 2024 के महत्वपूर्ण व्रत और त्योहारों के बारे में।
जनवरी के महीने में प्रायः पौष मास रहता है। पौष मास और पौष माह के अधिपति देवी देवताओं को नमन करते हुए, प्रणाम करते हुए चलिए जानते हैं सनातन पंचांग के अनुसार पौष मास के व्रत और त्योहारों के बारे में। पौष माह में खरमास अथवा मलमास होने के कारण कोई भी महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार नहीं मिलते हैं।
15 जनवरी तक खरमास होने के कारण किसी भी कार्य के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिलता है। जैसा कि हम सब जानते हैं 14 दिसंबर से 14 जनवरी तक भगवान सूर्य धनु राशि में होते हैं। देवगुरु बृहस्पति के लिए धनु राशि उनकी मूल त्रिकोण राशि होती है। अतः ब्रह्मांड के सर्वाधिक शुभ ग्रह बृहस्पति की राशि में अर्थात् धनु राशि में सूर्य के होने के कारण बृहस्पति का प्रभाव अस्त हो जाता है। जिसके कारण सारे शुभ कार्य स्थगित हो जाते हैं। फिर भी कुछ ऐसे व्रत और त्योहार हैं जिन्हें खरमास में भी किया जा सकता है।
द्वितीया तिथि की वृद्धि हो जाने के कारण यह पक्ष अर्थात् पौष कृष्ण पक्ष 16 दिनों का हो गया है। पक्ष के तीन बुधवार एवं तीन गुरुवार सामान्य शुभ फल कारक हैं। जबकि पौष शुक्ल पक्ष में षष्ठी तिथि का क्षय हो जाने के कारण यह पक्ष 14 दोनों का हो गया है शुक्ल पक्ष में तिथि का घटना अशुभ माना जाता है।

1 जनवरी सोमवार को ईसाई नव वर्ष 2024 का प्रारंभ होगा। ग्रेगॅरियन कैलेंडर के अनुसार अंग्रेजी नव वर्ष 2024 आज से आरंभ हो जाएगा।
5 जनवरी को सिक्खों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती मनाई जाएगी।
7 जनवरी रविवार को सफला एकादशी का व्रत गृहस्थ और वैष्णव दोनों के लिए सर्वमान्य होगा।
9 जनवरी मंगलवार को भौम प्रदोष व्रत होगा। आज मासिक शिवरात्रि का व्रत भी होगा।
11 जनवरी गुरुवार को स्नान दान व्रत और श्राद्ध की अमावस्या होगी।
12 जनवरी शुक्रवार को चंद्र दर्शन होगा।
14 जनवरी रविवार को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत होगा।
15 जनवरी सोमवार को मकर संक्रांति का त्यौहार होगा। जिसे खिचड़ी पर्व के नाम से भी जाना जाता है। भगवान सूर्य 15 जनवरी सोमवार को सुबह 8:42 पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। यहीं से मकर संक्रांति का मान होगा। जिसके कारण इसका पुण्य काल दिन भर रहेगा और इसी के साथ पिछले 1 महीने से चला आ रहा खरमास समाप्त हो जाएगा। सर्वत्र गंगा नदी, अन्यत्र नदी, तीर्थ एवं कुआं सरोवर इत्यादि में स्नान किया जाएगा। आज के दिन स्नान एवं दान का विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। ऊनी वस्त्र, दुशाला, कंबल,जूता और धार्मिक पुस्तकें दान करने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। इस पर्व को पूरे देश में अपनी स्थानीय रीति एवं परंपरा के अनुसार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। आज से भगवान सूर्य उत्तरायण हो जाएंगे।


17 जनवरी बुधवार को प्राचीन मत के अनुसार गुरु गोविंद सिंह की जयंती मनाई जाएगी।


21 जनवरी रविवार को पुत्रदा एकादशी व्रत होगा। यह एकादशी व्रत गृहस्थ और वैष्णव दोनों के लिए ही सर्वमान्य होगा।


23 जनवरी मंगलवार को भौम प्रदोष व्रत होगा। आज के दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती भी मनाई जाएगी।
25 जनवरी गुरुवार को स्नान दान व्रत की पौषी पूर्णिमा है। आज शाकंभरी जयंती का त्यौहार भी होगा।
26 जनवरी शुक्रवार को भारतीय गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा।
29 जनवरी सोमवार को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत होगा।
विशेष टिप्पणी:
11 जनवरी गुरुवार की रात 2:44 पर भगवान सूर्य उत्तराषाढा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। जिसके कारण उड़द, मूंग, चावल, पटसन, कपास, पीपला, मूंज, चावल और सरसों के भाव में तेजी का झटका आएगा।
11 जनवरी अमावस्या को चतुर्ग्रही योग के कारण हड्डियों को कंपा देने वाली सर्दी पूरे उत्तर भारत में त्राहि त्राहि मचा देगा।
15 जनवरी सोमवार की सुबह 8:42 पर भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे और इसके साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा और सूर्य के उत्तरायण होने से सारे शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे और आज से ही शिशिर ऋतु का प्रारंभ हो जाएगा। मकर संक्रांति का खिचड़ी पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा। दक्षिण भारत में पोंगल, असम में विटृ के नाम से और पंजाब में लोहड़ी के त्यौहार के नाम से इसे जाना जाता है।
25 जनवरी गुरुवार से ही प्रयागराज में माघ मेला और कल्पवास आरंभ हो जाएगा।


24 जनवरी बुधवार की रात 3:54 पर भगवान सूर्य श्रवण नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। जिसके कारण गेहूं ,जौ, चावल, चांदी इत्यादि सभी धातु और इमरती सामान जैसे लोहा इत्यादि और शेयर बाजार एवं मादक द्रव्यों में मूल्य वृद्धि का झटका आएगा।
इति शुभमस्तु!!कल्याणमस्तु !!
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