गोवा में ‘विविधता, समावेशकता एवं परस्पर आदर’ इस विषय पर ‘सी-२० परिषद’ !

गोवा में ‘विविधता, समावेशकता एवं परस्पर आदर’ इस विषय पर ‘सी-२० परिषद’ !

भारत विश्वगुरु एवं महासत्ता होने के लिए प्रत्येक भारतीय का सहभाग आवश्यक ! - गोविंद गावडे, सांस्कृतिक मंत्री, गोवा

दाबोळी (गोवा) - ‘जी-२०’ राष्ट्रों का अध्यक्षपद भारत को मिलना, यह ऐतिहासिक बात है । योग, आयुर्वेद आदि भारत द्वारा विश्व को दी हुई देन है । भारत को संगीत, नृत्य, कला, साहित्य, चित्र, शिल्प आदि की विशाल सांस्कृतिक धरोहर मिली है । इसका सभी के साथ आदान-प्रदान होना आवश्यक है । भारत अब केवल विकासशील देश नहीं, अपितु विकसित एवं महासत्ता बनकर विश्व में उदय हो रहा है । भारत के इस नवनिर्माण में और भारत को विश्वगुरुपद पर विराजमान होने हेतु प्रत्येक भारतीय का सहभाग आवश्यक है, ऐसा आवाहन गोवा राज्य के कला एवं सांस्कृतिक मंत्री श्री. गोविंद गावडे ने किया । वे ‘गोवा शासन’, ‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’, ‘इंटरनैशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडीज’ एवं ‘भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली’ इन संस्थाओं के संयुक्त विद्यमान में आयोजित ‘सी-२० परिषद’के उद्घाटनप्रसग पर बोल रहे थे । दाबोली, वास्को, गोवा के ‘राजहंस नौदल सभागृह’ में आयोजित ‘विविधता, समावेशकता एवं परस्पर आदर’ इस विषय पर ‘सी-२० परिषद’में देश-विदेश से आए मान्यवर एवं 350 से भी अधिक विशेषज्ञ व्यक्ति उपस्थित थे ।

कार्यक्रम का प्रारंभ गोवा के सांस्कृतिक मंत्री श्री. गोविंद गावडे, ‘इंटरनैशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडीज’की अध्यक्षा एवं ‘सी-२०’ परिषद की आंतरराष्ट्रीय समन्वयक प्रा. डॉ. शशीबाला, ‘सिंगापुर इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’के मंडल के सदस्य श्री. मनीष त्रिपाठी, हिंदी सिनेअभिनेत्री तथा लेखिका पूजा बेदी, ‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’की शोध समन्वयक श्रीमती श्वेता क्लार्क एवं ‘स्पिरिच्युअल सायन्स रिसर्च फाऊंडेशन’ जालस्थल के संपादक श्री. शॉर्न क्लार्क के हस्तों कयपंजी द्वारा दीपप्रज्वलन किया गया । इस अवसर पर ‘सी-20 परिषद’के प्रा. डॉ. शशीबाला ने ‘सी-२० परिषद ’के मानचिन्हयुक्त दो ध्वज ‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’की श्रीमती श्वेता क्लार्क एवं श्री. शॉन क्लार्क के सुपुर्द किए । इस अवसर पर सांस्कृतिक मंत्री श्री. गावडे के हस्तों ‘सी-२०’ परिषद का ‘वसुधैव कुटुम्बकम् ।’का संदेश देनेवाला संगीतमय वीडियो का लोकार्पण किया गया ।

हम विश्व को ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के ध्येय तक ले जाएंगे ! - प्रमोद सावंत, मुख्यमंत्री, गोवा

तदुपरांत गोवा राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत का वीडियो संदेश दिखाया गया । उसमें मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत बोले, ‘‘विश्व शांति एवं वैश्विक विकास की दृष्टि से गोवा में हो रही ‘जी-20’की बैठक गोमंतकवासियों के लिए गर्व की बात है । भारत, यह विश्व की आध्यात्मिक राजधानी होने से वह ‘जी-20’ राष्ट्रों को ‘एकता, समृद्धि एवं समावेशकता’ की दिशा में लेकर जाएगी । भारतभर में इन परिषदों के माध्यम से आरोग्य, विकास, पर्यटन, ‘एनर्जी’, ‘स्टार्ट-अप’ आदि विविध विषयों पर बैठकें हो रही हैं । प्रधानमंत्री मा. श्री. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व का नेतृत्व करने लगा है । ‘सी-२० परिषद’के माध्यम से हम विश्व को ‘वसुधैव कुटुम्बकम् ।’ के ध्येय तक लेकर जाएंगे ।’’

श्रद्धावान एवं अश्रद्ध में विश्व का विभाजन अनुचित है ! - प्रा. डॉ. शशीबाला

आज जग में संघर्ष, आतंकवाद एवं अराजकता का वातावरण है । मनुष्य प्रकृति का स्वामी बन गया है । साम्यवाद, पूंजीवाद एवं व्यापारीवाद के कारण जगभर में अनादर, इसके साथ ही विशिष्ट वर्गाें को बहिष्कृत करने की प्रवृत्ति बढ गई है । जग में बढा हुआ यह संघर्ष त्याग, तप, करुणा एवं प्रेम से नष्ट हो सकता है । भारतीय ऋषि-मुनियों द्वारा प्रतिपादन की हुई सीख के कारण भारत ही जग को दिशादर्शन कर सकता है । आध्यात्मिक मार्ग में जगत की सभी समस्याओं पर उपाययोजना की क्षमता है । हम श्रद्धावान (बिलीवर्स) एवं अश्रद्ध (नॉन-बिलिवर्स) में विश्व का विभाजन न करें, ऐसा प्रतिपादन ‘सी-२० परिषद’ के आंतरराष्ट्रीय समन्वयक प्रा. डॉ. शशीबाला ने किया ।

मंदिर की सकारात्मक ऊर्जा का सभी पर अच्छा परिणाम होता है ! - श्रीमती श्वेता क्लार्क

भारत के मंदिर भारत की गौरवाशाली परंपरा को मूर्त रूप देते हैं, इसके साथ ही भारत की समृद्ध संस्कृति की साक्ष देते हैं । मंदिरों के अद्वितीयत्व के विषय में यह जानकारी देते हुए महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की शोध समन्वयक श्रीमती श्वेता क्लार्क ने धनबाद (झारखंड) के स्वयंभू महादेव मंदिर के अपने अनुभव बताए । श्रीमती श्वेता क्लार्क ने कहा मंदिर में जानेवाले श्रद्धालु पर, फिर वह भले ही किसी भी धर्म का हो, वहां की सकारात्मक ऊर्जा का उन पर अच्छा परिणाम होता ही है, यह ‘युनिवर्सल ऑरा स्कैनर’ नामक वैज्ञानिक उपकरण के माध्यम से किए प्रयोग से सिद्ध हुआ है । इस अवसर पर प्रतिष्ठित मान्यवरों में ‘सिंगापुर इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’के मंडल के सदस्य श्री. मनीष त्रिपाठी, ‘प्राचीन धरोहर एवं तंत्रज्ञान द्वारा मानवता की सामूहिक चेतना वृद्धिंगत करनेवाले’ श्री. अजित पद्मनाभ, गोवा के ‘श्रीनिवास सिनाई ढेम्पो कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकॉनॉमिक्स’के प्राचार्य तथा साहित्यिक, लेखक प्रा.(डॉ.) मनोज कामत, ‘गोवा राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल’के अध्यक्ष श्री. महेश पाटील, ‘संत ईश्वर फाऊंडेशन’के राष्ट्रीय सचिव वृंदा खन्ना, ‘आयुर्वेद एवं निसर्गोपचार विशेषज्ञ’ डॉ. निशी भट्ट, ‘पार्क हॉटेल्स’के महाव्यवस्थापक श्री. सौरभ खन्ना, सेलबोट से अकेले पृथ्वी की प्रदक्षिणा करनेवाले पहले भारतीय कैप्टन दिलीप डोंडे का भी अध्ययनपूर्ण मार्गदर्शन एवं प्रस्तुतीकरण हुआ ।
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