Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

तुलसी और रामचरित मानस

तुलसी और रामचरित मानस

शंकर सुवन अंजनि सुत से,अद्भुत कृपा पाई तुलसी ने

अपनी कृति से दुनियां को, अमृत दान दिया तुलसी ने

जिसने पिया राम चरित मानस रस, भव सागर पार हुआ

भारत को अभिनव,तुलसी सा वरदान दिया हुलसी ने ...

पहचानो उनको जो अब, समाज और देश को तोड़ रहे हैं

भारत की सनातन संस्कृति और चिंतन को, कुछ नराधम मोड़ रहे हैं

संयम अनुशासन कब तक, सम्मुख हो जब छल बल?

सबक सिखाना होगा उनको, जो अपने को राहु केतु से जोड़ रहे हैं

चंद्रप्रकाश गुप्त "चंद्र"
(ओज कवि एवं राष्ट्रवादी चिंतक)
अहमदाबाद, गुजरात


*********** सर्वाधिकार सुरक्षित
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ