नीतीश कुमार ने क्लाइमेट चेंज के चैलेंज से निपटने का सार्थक मंत्र दिया जल-जीवन-हरियाली मिशन - अनुपम कुमार, सूचना सचिव
पटना, 06 दिसम्बर 2022 को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वर्तमान परिपे्रक्ष्य में जो ‘क्लाइमेंट चेंज’ की समस्या प्रभावकारी है उसके चैलेंज से निपटने को सार्थक मंत्र दिया है - ‘जल-जीवन-हरियाली’ मिशन। इस अभियान को मिशन मोड में संचालन के पीछे भी हमारे माननीय मुख्यमंत्री की सुस्पष्ट सोच है कि इसकी नियमित प्रक्रिया चलती रहे, निरंतर जनजागरूकता तथा सतत् संवेदनशीलता का माहौल इस अभियान में लगातार बना रहे। जल-जीवन-हरियाली अभियान के संदर्भ में सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग में आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम जिसमें इस अभियान से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी तथा विभाग के तमाम अधिकारी एवं कर्मी शामिल थे का उद्घाटन करते हुए अपने उद्घाटन संभाषण में सूचना सचिव, श्री अनुपम कुमार ने उपर्युक्त बातें कही। श्री कुमार ने अभियान के 11 अवयवों को इंगित करते हुए उसमें शामिल सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के दायित्वों पर प्रकाश डाला। इस अभियान की सार्थकता के संदर्भ में उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर युनाइटेड नेशंस ने भी इसे रिकाॅग्नाइज किया और विश्वस्तरीय बिजनेसमैन बिल गेट्स जब यहाँ आए थे तो उन्होंने इसकी चर्चा बाहर जाकर की। श्री कुमार ने घरों में, काॅलोनियों में वृक्षारोपण, जल एवं ऊर्जा संरक्षण पर लगातार चर्चा-परिचर्चा पर जोर दिया ताकि अच्छी बातें निकलकर आएँ एवं उसपर आगे कार्य करते रहें।
आगे परिचर्चा को बढ़ाते हुए मिशन निदेशक श्री राहुल कुमार ने अपने संबोधन क्रम में जल-जीवन-हरियाली मिशन को जमीन पर उतारने में संलग्न 11 अवयवों में से सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग की अहम् भूमिका को चिन्ह्ति करते हुए इसकी महत्ता पर रोशनी डालते हुए बताया कि कोई भी लक्ष्य तब तक उपलब्धि नहीं बन सकती है जब तक जन-जन में जागरूकता का प्रसार न हो तथा तमाम जन समुदाय इसे अंगीकृत न कर ले। पूरे विश्व में इस अभियान के इस स्केल पर कार्यान्वयन को उन्होंने अनूठा बताते हुए इसके अन्तर्गत वाॅटर बाॅडीज प्रबंधन, सघन वृक्षारोण, रिन्यूएबल इनर्जी प्रोग्राम, आॅर्गेनिक फाॅर्मिंग, पराली प्रबंधन, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के कार्यों की प्रगति के संदर्भ में जानकारी दी। इस दौरान निदेशक, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, श्री अमित कुमार ने अपने संभाषण में बताया कि जानभागीदारी में ही इस अभियान की सार्थकता है, जब तक जनमानस में इसकी स्वतः स्फूर्त पे्ररणा नहीं होगी तब तक लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकेगी। इसके लिए सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग का दायित्व है कि बारंबार इसके संदर्भ में विभिन्न प्रचारात्मक माध्यमों से जन-जन तक अपने आप को जोड़े और जनभागीदारी सुनिश्चित करें। इस दिशा में विभाग के विभिन्न सुविचारित प्रयासों की जानकारी उन्होंने दी। चाहे वो प्रिंट मीडिया हो, इलेक्ट्रोनिक मीडिया हो, सोशल मीडिया हो या फिर होििर्डंग/फ्लैक्स का जरिया हो, सभी माध्यमों से प्रचार-प्रसार का व्यापक कार्यक्रम कराया जाता है।परिचर्चा क्रम में आगे उप निदेशक श्री रविभूषण सहाय ने जल-जीवन-हरियाली को एक टैगलाइन की तरह जनमानस में उकेरने के प्रयासों पर विभाग की सक्रिय भूमिका की जानकारी दी। विशेष कार्य पदाधिकारी श्री विकास कुमार ने इलेक्ट्रोनिक/सोशल मीडिया के जरिए विभाग द्वारा किए गए प्रचार-प्रसार कार्यों की जानकारी दी।
आगे परिचर्चा क्रम में विभाग के सहायक निदेशक श्री लाल बाबू सिंह ने अपने संबोधन में राज्य एवं राष्ट्र स्तर पर कई पर्यावरणपे्रमियों के कार्यों की जानकारी देते हुए पर्यावरण-पे्रम को जीवन का हिस्सा बनाने हेतु उत्पे्ररित किया और सामाजिक जीवन में इसमें ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हेतु सभी को उद्बोधित किया।
परिचर्चा में भाग लेते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मुख्य वन संरक्षक ने विभाग द्वारा नर्सरीज, पौधा उत्पादन, वन क्षेत्र वृद्धि की दिशा में उत्तरोत्तर प्रगतिशील विभाग के कार्यों की आँकड़ों के जरिए जानकारी दी, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता ने विभाग द्वारा जल संरक्षण, जल प्रबंधन को माननीय मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री की अद्भुत परिकल्पना की संज्ञा देते हुए बताया कि बिहार के आधे बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का पानी दूसरे आधे सूखाग्रस्त क्षेत्र में पहुँचाने के तहत गया-बोधगया-राजगीर के लिए गंगा जलापूर्ति योजना रिकाॅर्ड समय में पूरी की गई, इसी तरह फल्गु नदी में निरंतर जल रहने की व्यवस्था भी हाल ही में पूर्ण हुई है और इन सबका नतीजा है कि उन क्षेत्रों में वाॅटर लेवल कुछ ही माह में ऊपर आने की सूचना मिल रही है।
परिचर्चा क्रम में अधीक्षण अभियंता भवन निर्माण विभाग ने रेल वाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के संदर्भ में विभाग द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के संयुक्त सचिव, श्री सत्येन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन क्रम में अपनी बात रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों-चैपालों तक इसके प्रचार-प्रसार का दायरा बढ़ाने का सुझाव देते हुए दैनंदिन कार्यों में भी जल एवं ऊर्जा प्रबंधन हेतु सभी को सचेत रहने हेतु पे्ररित किया। श्री सिंह ने मंचस्थ अतिथियों सहित विभिन्न विभागों से पधारे वक्ताओं एवं अन्य अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों एवं कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन सहायक निदेशक श्री सुनील कुमार पाठक ने किया और जल-जीवन-हरियाली विषय की प्रासंगिकता पर भी समय-समय पर उन्होंने सबका ध्यानाकर्षण किया। ज्ञातव्य है कि उक्त कार्यक्रम का प्रारंभ सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत् तथा दीप प्रज्वलन करते हुए किया गया।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com