पटेरिया ने राहुल की यात्रा पर फेरा पानी

पटेरिया ने राहुल की यात्रा पर फेरा पानी

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान फीचर सेवा)
गुजरात के हाल ही सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुख्य विपक्षी दल का दर्जा भी नहीं मिल पाएगा जबकि 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 विधायक जुटाकर भाजपा को कड़ी चुनौती दी थी। कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने विशिष्ट हिन्दी ज्ञान के चलते प्रधानमंत्री और गुजरात के सबसे चहेते लाल नरेन्द्र मोदी की तुलना रावण से कर दी थी। मैं यह नहीं कहता कि कांग्रेस की समूची दुर्दशा का कारण खरगे का यही बयान था लेकिन गुजरात में मोदी की आलोचना वहां की जनता को गोली की तरह लगती है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 2017 में भी अगर मणिशंकर अय्यर ने मोदी को चाय बेचने वाला और नीच प्रवृत्ति का न कहा होता तो शायद गुजरात का सियासी समीकरण उसी समय बदल जाता लेकिन कांग्रेस के कुछ ‘लाल बुझक्कड़’ अपनी पार्टी के ताबूत में ही कील ठोंक रहे हैं। मध्य प्रदेश के नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने भी वही किया है। पी.एम. मोदी की हत्या का बयान देने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इन्होंने तो अपने नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी पानी फेर दिया है। राहुल गांधी कहते हैं कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने देश भर में नफरत फैलाकर लोगों को जाति, धर्म में बांट दिया है लेकिन अब अपनी पार्टी के नेता राजा पटेरिया के बारे में जवाब देने के लिए उनके पास शब्द नहीं होंगे। राजा पटेरिया कहते हैं-दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का जीवन खतरे में है। यदि संविधान बचाना है तो पीएम मोदी की हत्या करने के लिए तैयार रहो...। हालांकि बाद में उनके ज्ञान चक्षु खुले और उन्होंने वीडियो जारी कर हत्या की परिभाषा हार से कर दी। इसके बावजूद नफरत तो वह फैला ही रहे हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह चुनाव जीतने की और प्रधानमंत्री मोदी की बात करते हुए नजर आ रहे हैं। पटेरिया कार्यकर्ताओं से कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पीएम मोदी चुनाव खत्म कर देंगे, पीएम मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर बांट देंगे। दलितों का आदिवासियों का और अल्पसंख्यकों का जीवन खतरे में है। यदि संविधान को बचाना है, तो पीएम मोदी की हत्या करने के लिए तैयार रहो। हालांकि बाद में राजा पटेरिया वीडियो में हत्या शब्द को हार की परिभाषा देते हुए नजर आए और कह रहे हैं हत्या मतलब हार। वायरल वीडियो पन्ना जिले के पवई का बताया जा रहा है। राजा पटेरिया के इस बयान पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की प्रतिक्रिया आई। कड़े शब्दों में उन्होंने बयान की निंदा की। सीएम ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का ढोंग करने वालों की असलियत सामने आ रही है। कांग्रेस के एक नेता मोदी जी की हत्या की बात कर रहे हैं। यह विद्वेष की पराकाष्ठा है. यह घृणा की अति है।

इस मामले में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान भी आया है जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विरुद्ध दिए गए आपत्तिजनक बयान के लिए राजा पटेरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश एस.पी. को दे रहा हूं। राजा पटेरिया गिरफ्तार हो गये है।

कांग्रेस के कुछ नेता बात करने की संस्कृति भूल गये। गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस

अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए बयान से घमासान मच गया। एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने पीएम मोदी के चेहरे पर बीजेपी के वोट मांगने को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मोदी हर चुनाव में दिख जाते हैं, क्या उनके रावण की तरह 100 सिर हैं? खरगे के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया।

खरगे के बयान पर बीजेपी हमलावर हो गई। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, पीएम मोदी को रावण कहना घोर अपमान है। मल्लिकार्जुन खरगे ने पूरे गुजरात का अपमान किया है। यह कथन सिर्फ खरगे नहीं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हैं। सोनिया के कहने पर पीएम का अपमान किया गया है। सोनिया ने मोदी को मौत का सौदागर कहा था। मिस्त्री ने मोदी को औकात दिखाने की बात कही थी। पीएम मोदी ने आतंकवाद को औकात दिखाई है। बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस गुजरात के बेटे का अपमान कर रही है। मालवीय ने ट्वीट किया, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने खोया अपनी बातों पर नियंत्रण, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा रावण। मौत का सौदागर से लेकर रावण तक, कांग्रेस गुजरात और उसके बेटे का अपमान करती रही।

इससे पहले भी मल्लिकार्जुन खरगे ने सहानुभूति कार्ड को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था, आपके जैसा आदमी, जो हमेशा क्लेम करते हैं, मैं गरीब हूं। अरे भाई, हम भी गरीब हैं। हम तो गरीब से गरीब हैं। हम तो अछूतों में आते हैं। कम से कम तुम्हारी चाय तो कोई पीता है, मेरी चाय भी नहीं पीता कोई। और फिर आप बोलते हैं- मैं गरीब हूं। मेरे को किसी ने गालियां दीं, मेरी तो हैसियत क्या है।

याद करिए गुजरात 2017 के विधान सभा चुनाव। राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए काफी मेहनत की, इसमें कोई दो राय नहीं। गुजरात की राजनीति पर नजर रखने वाले भी इससे इत्तेफाक रखते थे। एक समय तो राहुल

गांधी ने ऐसा माहौल बना दिया था, जिससे लगा कि गुजरात चुनाव के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आ सकते हैं। गुजरात चुनाव के पहले चरण तक पलड़ा कांग्रेस का भारी लग रहा था, लेकिन मणिशंकर अय्यर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहने वाले बयान ने दूसरे चरण में भाजपा को ऐसा मुद्दा दिया, जिससे खेल बदल गया। गुजरात विधानसभा चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए साख का विषय बन गया था। राहुल गांधी ने इन चुनावों के लिए पूरा जोर लगा दिया था। ये दिखाई भी दे रहा था, जिसे भाजपा ने भी भांप लिया था। यही वजह थी कि पीएम मोदी ने अपने सभी दिग्गज नेताओं को गुजरात चुनावों के प्रचार में लगा दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर सुषमा स्वराज तक ने गुजरात में दर्जनों रैलियां की। खुद पीएम मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए 42 हजार किलोमीटर की यात्रा की। इसी बीच मणि शंकर ने अपने बयान से भाजपा को सरकार बनाने लायक बना दिया।
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