नीतीश के पीएम सेहरा के लिए तेलंगाना के फूल

नीतीश के पीएम सेहरा के लिए तेलंगाना के फूल

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
नीतीश कुमार ने भले ही यह कह दिया कि वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं लेकिन संयुक्त विपक्ष का नेता बनने में वे संकोच नहीं दिखाएंगे। इसीलिए दक्षिण भारत से उनके पास गुलदस्ते आने लगे हैं। विपक्षी एकता के लिए प्रयास कर रहे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव का पटना में आना कोई सामान्य भ्रमण नहीं है। ध्यान देने की बात यह है कि के. चन्द्रशेखर राव और ममता बनर्जी जैसे नेता एक ऐसा मोर्चा बनाना चाहते हैं जो कांग्रेस और भाजपा से समान दूरी रखता हो लेकिन बिहार में नीतीश कुमार ने जिस महागठबंधन के समर्थन से और साझा करके सरकार बनायी है, उसमें कांग्रेस भी शामिल है। केसीआर ने तो साफ-साफ कह दिया वह ऐसा मोर्चा बनाना चाहते हैं जो भाजपा मुक्त भारत बना सके। भाजपा इससे चैकन्नी हुई है और बिहार में भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस मिलन पर कटु टिप्पणी भी की है। उन्हांेने कहा कि यह दिवास्वप्न देखने वाले दो नेताओं की मुलाकात है। उधर, नीतीश कुमार राजद का हाथ मजबूती से पकड़े हुए हैं। उन्हांेने राजद नेता और मंत्री कार्तिक कुमार पर ऐक्शन लेने की जगह उनका सिर्फ विभाग बदल दिया। कार्तिक कुमार पहले कानून मंत्री थे, अब उनको गन्ना उद्योग विभाग सौंप दिया गया लेकिन उन्हांेने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा राज्यपाल के पास भेज दिया है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सोची-समझी रणनीति के तहत ही पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इनकी मुलाकात की कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें टोपी पहने राव नीतीश कुमार और तेजस्वी को गुलदस्ता भेंट करते हुए दिख रहे हैं। दोनों नेताओं ने राष्ट्रीय राजनीति पर चर्चा की है। दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशें कर रहे हैं। अपनी बिहार यात्रा के दौरान केसीआर गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए बिहार के सैनिकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करेंगे। वहीं भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेलंगाना के उनके समकक्ष के चंद्रशेखर राव पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच प्रस्तावित बैठक दो दिवास्वप्न देखने वालों का मिलन है। मोदी ने कहा कि यह अपने-अपने राज्यों में जनाधार खो रहे और प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षा रखने वाले नेताओं की मुलाकात है।

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी कहते हैं कि यह दिवास्वप्न देखने वाले दो नेताओं की मुलाकात है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कहीं नहीं ठहरते। उन्होंने इस बैठक को विपक्षी एकता का ताजा कॉमेडी शो करार दिया। पिछले दिनों नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था। बाद में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामपंथी दलों से हाथ मिला लिया और राज्य में महागठबंधन की सरकार बनाई। इस राजनीतिक उलट-फेर को भाजपा ने जनता से धोखा और जनादेश का अपमान बताया है। बिहार में नवगठित महागठबंधन सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही विवादों में घिरे कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग बदल दिया गया। अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की विपक्ष ने भारी आलोचना की थी। बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल सचिवालय द्वारा 30 अगस्त के एक आदेश के आलोक में कार्तिक कुमार को विधि विभाग के स्थान पर गन्ना उद्योग विभाग एवं शमीम अहमद को गन्ना उद्योग विभाग के स्थान पर विधि विभाग का कार्य अगले आदेश तक आवंटित किया गया। हालांकि कार्तिक कुमार ने विपक्ष की आलोचना को देखते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। कार्तिक ने 16 अगस्त को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नवगठित महागठबंधन सरकार में अपनी पार्टी के कोटे से मंत्री के रूप में शपथ ली थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 के अपहरण के एक मामले में कार्तिक के नामजद होने के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर सवाल खडा करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की थी । बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने राज्य में इन मंत्रियों के विभागों में फेरबदल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘आज कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया गया। यह नीतीश की नई जीरो टॉलरेंस नीति है कि फंसाते भी हम है, बचाते भी हम है। हम ही लालू (राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष), तेजस्वी, अनंत सिंह, आनंद मोहन को फंसाएंगे और जब हमारे शरण में आ जाइएगा तो हम ही बचाएंगे। उन्होंने नीतीश पर रबर स्टाम्प मुख्यमंत्री होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अब लालू के परिवार के आदेशपालक की भूमिका में हैं। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, बिहार में कैबिनेट फेरबदल से समस्या क्यों है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीयूष गोयल और स्मृति ईरानी जैसे केंद्रीय मंत्रियों के विभागों को बदल दिया तो किसी को कोई समस्या नहीं थी। बिहार में नवगठित महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही भाकपा माले ने 17 अगस्त को कहा था कि कानून मंत्री को बनाए रखने से सरकार की छवि खराब होगी। वर्तमान में महागठबंधन में सात दल जदयू, राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, भाकपा, माकपा और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा शामिल हैं। इससे पता चलता है कि केसीआर अब सिर्फ भाजपा को ही निशाने पर रखेंगे। केसीआर बिहार आए तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। गुजरात मॉडल को भी निशाने पर लिया और इस मॉडल को फ्लॉप बताया। वहीं सीबीआई-ईडी जैसी एजेंसियों का राजनीतिक हित साधने के लिए दुरुपयोग का आरोप भी केंद्र सरकार पर लगाया। केसीआर ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से भी मुलाकात की। तेज प्रताप यादव व तेजस्वी यादव की मौजूदगी में लालू-राबड़ी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। लालू यादव ने कहा कि 2024 में सभी मिलकर भाजपा का रथ रोकेंगे। उन्होंने इसमें केसीआर की भूमिका को अहम बताया। लालू यादव ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन का जो प्रयोग हुआ है वो पूरे देश में व्यापक स्वरूप लेगा। बिहार से ही नरेंद्र मोदी के विजयी अभियान में ब्रेक लगाया जाएगा। केसीआर ने भी कहा कि देश को बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना जरुरी है और 2024 में भाजपा की विदाई का उन्होंने दावा किया। बाद में मीडिया को संबोधित करने के क्रम में लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की बात उठी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हंसते-मुस्कुराते उठ खड़े हुए और तेलंगाना सीएम केसीआर से आग्रह किया कि अब वो चलें। उन्होंने कहा कि- अब इनके चक्कर में मत पड़िये, और चलिये... लेकिन केसीआर जाने को तैयार नहीं हुए। वो मुस्कुराते हुए नीतीश कुमार का हाथ पकड़ लिये और उनसे रूकने को कहा। केसीआर ने मीडिया से कहा कि आने वाले समय में महागठबंधन की पार्टियां एक साथ बैठेंगी और उसमें भाजपा के सभी विरोधी दलों को एकजुट करने का प्रयास किया जाएगा।
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