छत्रपति वीर शिवाजी

छत्रपति वीर शिवाजी

समर्थ गुरु रामदास प्रिय
चरण रज पालक शिवाजी
युद्ध कौशल प्रवीणता पा 
वीर जीते रण में बाजी

पराक्रम की धूम मची 
पड़ गए शासक सारे पीले
वीर पराक्रमी छत्रपति ने 
जीते गढ़ और कई किले

बढ़ता रहा प्रताप शिवा का 
जीते गढ़ चुन-चुन कर
बगले सारे लगे झांकने 
नाम शिवाजी सुनकर

आतंकित बीजापुर शासक 
कुटिल चाल तब गया खेल
बंदी बना शिवा पिता को 
धोखे से भिजवा दिया जेल

गुणवती माता जीजाबाई
साहसी वीरांगना नारी थी
शौर्य भावना भरी लाल में 
जो दुश्मन पर भारी थी

अफजल मक्कार सेनापति
सुलह का ढोंग रच आया
वीर शिवा को भरा बाहों में 
पर वो मार नहीं पाया

छत्रपति कर मे बघनखा 
खूब कमाल दिखा गया
धोखेबाज को दंड मिला 
मक्कार प्राण गवां गया

धर्म ध्वजा परचम ऊंचा 
वीर शिवाजी ने लहराया
शौर्य पराक्रम वीरता अतुलित
कोई सानी ना रह पाया

वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी
मराठा महाराजा प्रतापी राव
गौरव गाथा गुणगान करती 
गर्व करे हमारा हिंदुस्तान 

रमाकांत सोनी नवलगढ़
जिला झुंझुनू राजस्थान
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ