तीन साल की उपलब्धियां गिना रहे गहलोत


तीन साल की उपलब्धियां गिना रहे गहलोत

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस की सरकार बचाने में सफल रहे, यही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। हालांकि श्री गहलोत ने बीते वर्ष के अंतिम दिनों में उपचुनावों में भी शानदार जीत हासिल की है। इस प्रकार वे भाजपा को अपने राज्य में रोकने में सफल रहे और हाईकमान का विश्वास भी प्राप्त किया है। इस बीच गहलोत सरकार ने विकास कार्य भी किये हैं। गत 18 दिसम्बर को सरकार के तीन साल पूरे होने पर जश्न मनाया गया था। उस समय से लगातार सरकार की उपलब्धियां जनता को बतायी जा रही हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा इस पर सवाल भी उठाती है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि यह इतिहास की सबसे नाकारा सरकार रही है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गत 17 दिसम्बर को अपनी सरकार की 3 साल की उपलब्धियों को लेकर पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के तहत मीडिया से मुखातिब हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने हमेशा अलग तरह की राजनीति की है और मैं जब भी मंदिर जाता हूं तो पूरे ब्रह्मांड के लिए प्रार्थना करता हूं। मुख्यमंत्री ने मीडिया से चिरंजीवी और उड़ान योजना को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बावजूद अच्छा बजट और अच्छी स्कीम राज्य सरकार लेकर आई। सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में मैंने करीब 460 वीसी की जिससे समारोहों पर खर्च होने वाले 500 करोड़ बच गए होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती भी है तो सरकार की पूरी तैयारी है। सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि सोलर ऊर्जा के लिए 5 लाख करोड़ के एमओयू हो चुके हैं। सड़कों के मामले में पहले राजस्थान बदनाम था लेकिन अब हालात सुधर गए हैं। उधर सीएम गहलोत ने भाजपा पर भी तीखे हमले बोले। उन्होंने कहा कि यह छापे डालने वाली सरकार है। हमारी सरकार गिराने के लिए भी छापे डाले गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को पेगासस और इलेक्टोरल बांड जैसे मामले में प्राथमिकता से सुनवाई करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्ष बर्बाद हो जाएगा तो देश का क्या होगा। कांग्रेस मुक्त भारत बनाने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे। गहलोत ने कहा कि पॉलिटिकल प्रेशर के बावजूद उन्होंने प्रदेश में तंबाकू पर 65 फीसदी टैक्स लगाया था। उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी करने से लोगों का शराब पीना नहीं रुकेगा।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सरकार गिराने के षड्यंत्र में शामिल थे। उन्होंने दिल्ली में तो हमारे ओएसडी पर केस कर दिया लेकिन यहां अपनी आवाज का नमूना नहीं दे रहे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर गहलोत ने कहा कि सरकार बदलती है तो वसुंधरा जी हमारे लोगों को तंग करती है। उन्हें जेल भेज देती है। इतना ही नहीं हमारी सरकार द्वारा शुरू किए गए काम रोक दिए जाते हैं। रिफाइनरी का काम अगर नहीं रोका गया होता तो अब तक रिफाइनरी लग चुकी होती। अब 38 हजार करोड़ की रिफाइनरी 76 हजार करोड़ की हो गई है। मुख्यमंत्री प्रदेश में अपराध बढ़ने के आरोप को भी अस्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं थानों का कल्चर बदलना चाहता हूं इसलिए एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। साथ ही स्वागत कक्ष भी 95 फीसदी थानों में बन चुके हैं। वहीं राजस्थान में ओवैसी की आहट पर सीएम गहलोत ने कहा कि ओवैसी भाजपा के ही पार्टनर हैं और वो जो कुछ भी करेंगे वो भाजपा के ही खाते में जाएगा।

राजस्थान में कांग्रेस नीत सरकार ने 17 दिसम्बर को अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर लिये। इस अवसर पर राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल को सफल करार देते हुए जनता को बधाई दी, वहीं मुख्य विपक्षी दल ने इसे लेकर उनकी सरकार पर निशाना साधा। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि झूठे वादों से बनी गहलोत सरकार तीन सालों में जनता की हर परीक्षा में विफल रही। गहलोत ने 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने इस अवसर पर अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताने वाला विज्ञापन शेयर करते हुए ट्वीट किया था, ‘‘राज्य की संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सरकार के सफल 3 वर्ष पूर्ण होने पर मैं सभी को हार्दिक बधाई देते हुए प्रदेशवासियों की खुशहाली, सुख-समृद्धि, स्वस्थ जीवन और चहुंमुखी विकास की कामना करता हूं।’ उन्होंने लिखा था, ‘‘आइए हम सब मिलकर राजस्थान के चहुंमुखी विकास के लिए पूरी निष्ठा एवं संकल्पबद्धता से अपने कदम बढ़ाएं और मन, वचन व कर्म से इसमें सहभागी बनकर अपनी भूमिका निभाएं।’ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘जिस आशा और अपेक्षा से राजस्थान की जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई थी उस आशा और अपेक्षा पर हमारी सरकार पूरी तरह से, 100 प्रतिशत खरी उतरी है।’’ इस बीच, सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने पर अनेक कार्यक्रम भी हो रहे हैं। गहलोत ने 18 दिसम्बर को जवाहर कला केंद्र में राज्य सरकार की तीन वर्ष की उपलब्धियों पर आधारित चार-दिवसीय प्रदर्शनी ‘आपका विश्वास-हमारा प्रयास’ का उद्घाटन किया। वहीं दोपहर में मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित मुख्य समारोह में ऊर्जा, जल संसाधन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास, स्वायत्त शासन, वन, कृषि, सहकारिता, डेयरी एवं उद्योग से सम्बन्धित विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें करीब 8 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास एवं करीब 3 हजार 800 करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को 500 से अधिक पुलिस थानों के स्वागत कक्ष, 12 नये पुलिस थाना भवन सहित गृह विभाग के अन्य कार्यों का लोकार्पण किया। उधर, दूसरी तरफ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा था, ‘‘यह इतिहास की अब तक की सबसे नकारा व भ्रष्ट सरकार रही है। राजस्थान अपराधों की राजधानी बन गया है। इनके कार्यकाल में राजस्थान जिस विकास का हकदार था उससे वह वंचित रहा।’’ पूनियां ने कहा, ‘‘सरकार के तीन साल राज्य में किसानों, बेरोजगारों और महिलाओं के लिए काले अध्याय के रूप में देखे जाएंगे।’’ (हिफी)
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