विकास की गुणवत्ता बनेंगे ग्रीन एक्सप्रेसवे

विकास की गुणवत्ता बनेंगे ग्रीन एक्सप्रेसवे

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
किसी भी देश अथवा राज्य मंे विकास का पैमाना वहां की सड़कें होती हैं। सड़कों से गांव, कस्बे और शहर जुड़ते हैं। यह अच्छी बात है कि उत्तर प्रदेश मंे अब हाईवे, नेशनल हाइवे और ग्रीन एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, ग्रीन एक्सप्रेसवे से पता चलता है कि विकास की गुणवत्ता कितनी बढ़ी है। अभी पिछले दिनों केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश मंे सात ग्रीन एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया है। उन्हांेने यह भी कहा है कि यूपी मंे अमेरिका जैसी सड़कें बनेंगी। कुछ दिन पहले श्री गडकरी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर यातायात के संकट को कम करने के लिए और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए इंटेलीजेन्ट ट्रान्सपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) का उद्घाटन भी किया था। दिल्ली जैसी यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश मंे भी मिलने पर यात्रियों को पता चल जाएगा कि कहां ट्रैफिक जाम है और कहां आकस्मिक चिकित्स सुविधा मिलेगी। ग्रीन एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश का गुणवत्तापरक विकास होगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश में सात ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जाने की घोषणा की है। कानपुर, लखनऊ व प्रयागराज को केंद्र में रखकर 26778 करोड़ रुपये की लागत से 821 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण, शिलान्यास व निर्माण कार्य का शुभारंभ करने पहुंचे नितिन गडकरी ने कहा कि अगले पांच सालों में यूपी को पांच लाख करोड़ रुपये सड़क बनाने के लिए देंगे। यूपी का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा। लखनऊ में अमौसी मेट्रो के निकट आयोजित लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि यूपी में सात नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। उन्होंने यूपी में बॉयो फ्यूल उत्पादन की दिशा में किए जा रहे सफल प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि अब देश में दोपहिया-चारपहिया वाहन उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा बनाए गए बायो इथेनॉल से चलेंगे। इससे किसानों के साथ यह प्रदेश भी और समृद्ध होगा। गोरखपुर से सिलीगुड़ी (बंगाल) तक ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस हाईवे की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस हाईवे गोरखपुर बाईपास से बिहार होकर सिलीगुड़ी जाएगा। लगभग 519 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 32 हजार करोड़ रुपये का होगा। इसका कार्य 6 महीने में शुरू हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे यूपी, बिहार, बंगाल के पिछड़े क्षेत्रो से गुजरेगा। उत्तर प्रदेश में इसकी लंबाई 84 किलोमीटर, बिहार में 416 किलोमीटर, बंगाल में 18 किलोमीटर होगी। इसकी डीपीआर सितंबर 2022 में पूरी हो जाएगी। उन्होंने इटावा से कोटा तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राजस्थान को जोड़ने के लिए चंबल एक्सप्रेसवे की घोषणा की। साथ ही कहा कि वाराणसी-कोलकाता के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। गाजीपुर से 5 हजार करोड़ की लागत से 30 किलोमीटर एलिवेटेड रोड बनाकर वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। लखनऊ से कानपुर हाईवे का काम दिसंबर 2022 से शुरू हो जाएगा, कानपुर शुक्लागंज से लखनऊ रिंग रोड में जुड़ेगा। चंबल एक्सप्रेस वे 8 हजार करोड़ की लागत से 358 किलोमीटर लम्बा इटावा से शुरू होकर, श्योपुर मध्यप्रदेश के साथ भिंड मुरैना से होकर कोटा जाएगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, मुम्बई कॉरिडोर से जुड़ेगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कहा कि पांच साल के भीतर उत्तर प्रदेश की सड़कें अमेरिका जैसी होंगी। जौनपुर जिले के मछलीशहर स्थित फौजदार इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 1500 करोड़ रुपये की परियोजनओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए गडकरी ने राष्ट्रवाद, सुशासन और विकास को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा था, ‘‘मेरा वचन पत्थर की लकीर है, आने वाले पांच साल के अंदर उत्तर प्रदेश की सड़कें यूरोपीय मानक की नहीं, बल्कि अमेरिका के बराबर बनेंगी। गडकरी ने कहा, ‘‘अयोध्या को संपूर्ण देश से जोड़ने वाले ऐसे एक्सप्रेस-वे और राजमार्ग बनाए जाएंगे जो अमेरिका की सड़कों को भी फेल कर देंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या से चित्रकूट तक 298 किलोमीटर का राम वन गमन मार्ग 5000 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है। मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्वीट के अनुसार मिर्जापुर में गडकरी और मुख्यमंत्री योगी ने 3,037 करोड़ रुपये की 146 किलोमीटर कुल लंबाई की चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण किया। गडकरी ने कहा कि यह सड़क परियोजनाएं क्षेत्र में बेहतर सम्पर्क के साथ आवागमन और वस्तुओं की ढुलाई सुगम करेगी। उन्होंने कहा कि इससे कृषि उपज, स्थानीय और अन्य उत्पादों की बाजारों तक पहुंच में सुविधा होगी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को समृद्ध और संपन्न बनाने के लिए और जनता के सपनों का रामराज्य निर्माण करने के लिए हम कटिबद्ध हैं। गडकरी ने कहा, ‘‘आज आपके सामने घोषणा करता हूं कि आने वाले तीन महीने के बाद टोयोटा, सुजुकी, हुंडई, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू सब गाड़ियां फ्लेक्स इंजन बनाएंगी। फ्लेक्स इंजन का मतलब 100 प्रतिशत पेट्रोल डालो या 100 प्रतिशत इथेनॉल डालो गाड़ियां चलेंगी। अब पेट्रोल से नहीं उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा तैयार बायो इथेनॉल से हमारी गाड़ियां चलेंगी, आटो रिक्शा चलेगा। अब किसान अन्नदाता नहीं ऊर्जादाता बनेगा। नितिन गडकरी ने इससे पहले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर यातायात संकट को कम करने और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक कुशल परिवहन प्रणाली का भी उद्घाटन किया था। गडकरी ने कहा कि देश में सड़क इंजीनियरिंग में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि हर साल 5 लाख दुर्घटनाओं में लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं। कुशल परिवहन प्रणाली (आईटीएस) उद्घाटन पर कहा, ‘‘यह भारतीय अवसंरचना विकास के इतिहास में एक प्रमुख कदम है। आईटीएस एक क्रांतिकारी अत्याधुनिक तकनीक है, जो यातायात की समस्याओं को कम करके, कुशल बुनियादी ढांचे के उपयोग को बढ़ावा देकर, यातायात के बारे में पूर्व सूचना के साथ उपयोगकर्ताओं को समृद्ध करने और यात्रा के समय को कम करने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा और आराम को बढ़ाकर यातायात दक्षता हासिल करेगी। इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम किसी भी दुर्घटना का पता लगा सकता है। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट करेगा कि एम्बुलेंस 10-15 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच जाए। (हिफी)
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