राष्ट्रीय मुस्लिम मंच निभाएगा अहम भूमिका

राष्ट्रीय मुस्लिम मंच निभाएगा अहम भूमिका

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार जब दावा करती है कि लगभग पांच साल की अवधि में कोई दंगा नहीं हुआ, माफियाओं और दहशतगर्दों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है, तब इससे हिन्दू समुदाय को ही राहत नहीं मिलती है बल्कि मुस्लिम समुदाय भी सुकून महसूस करता है। पिछले दिनों लखनऊ में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक ठाकुर राजा रईस ने साफ शब्दों में यह कहा कि योगी की सरकार में मुस्लिम सुकून से रहा है और सरकार की योजनाओं के मिलने में कोई भेदभाव नहीं हुआ। गत 24 दिसम्बर को लखनऊ में सम्पन्न हुए एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की महिला सदस्य भी मौजूद थीं। उन्हांेने कहा कि तीन तलाक से महिलाओं को निजात मिली है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की तरफ से देश भर के रक्षा बंधन के पर्व आयोजित किये जाते हैं। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार जी इन कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। अब, विधानसभा चुनाव में भी राष्ट्रीय मुस्लिम मंच महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। मंच ने अगले साल जनवरी में एक दर्जन बैठकें करने और 7 जनवरी से यूपी में पदयात्राएं निकालने का कार्यक्रम बनाया है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के लोग प्रदेश की जनता को बताएंगे कि योगी की सरकार में किस तरह से साम्प्रदायिक सद्भाव कायम है और सभी का विकास किया जा रहा है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक ठाकुर राजा रईस ने बताया कि योगी सरकार में मुस्लिम सुकून से रहा है। सरकार की योजनाओं का लाभ मिलने में कोई धार्मिक भेदभाव नहीं हुआ। वहीं तीन तलाक से भी महिलाओं को निजात मिली। ऐसी तमाम योजनाएं हैं, जिनसे मुसलमानों को काफी फायदा हुआ है। इन मुद्दों को लेकर मुस्लिम महिलाएं और मौलानाओं की एक टीम बनाई जा रही है। हर जिले में इसके लिए बैठक आयोजित की जाएगी। ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम महिलाएं और मौलानाओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है। इटावा और देवबंद में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से कार्यक्रम किए गए, जिसमें आरएसएस के इंद्रेश कुमार मौजूद रहे। अब यह कार्यक्रम यूपी में लगातार जारी रहेंगे। राजा बताते है कि मंच की कोशिश है कि राष्ट्रवादी मुस्लिमों को लामबंद किया जा सके।
भाजपा की नीतियां मुस्लिम महिलाओं को अच्छी लगीं, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने तीन तलाक के दर्द से निजात पाने वाली महिलाओं को अपने अभियान में जोड़ने का काम किया है, जिससे यह मुस्लिम महिलाओं के बीच जाकर उनको अपने अभियान में भावनात्मक रूप से जोड़ें। वहीं मंच ने जनवरी में एक दर्जन बैठकें करने का निर्णय लिया है। इसके बाद 7 जनवरी से मंच की तरफ से पूरे प्रदेश में पद यात्राएं और बैठकें की जाएंगी। बता दें माना जा रहा है कि अगले साल फरवरी से मार्च के बीच में ही विधानसभा चुनाव होंगे। योगी सरकार की उत्तर प्रदेश की सत्ता में दोबारा वापसी के लिए अब मुस्लिम समुदाय के लोग भी मोर्चा संभालने वाले हैं। आरएसएस से जुड़े मुस्लिम संगठन ने यह प्लानिंग की है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने दावा किया है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में योगी सरकार की वापसी के लिए मुस्लिम महिलाएं और मौलाना अभियान चलाएंगे। मंच की तरफ से इन अभियानों की रूपरेखा तैयार की जा रही है और इसे लेकर यूपी के इटावा और देवबंद में आरएसएस के इंद्रेश कुमार ने एक बैठक भी की है। आरएसएस से जुड़ा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच लगातार इन अभियानों को धार देने में जुटा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच यूपी में कई कार्यक्रम मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में करने जा रहा है, जिनसे मुस्लिमों को बीजेपी के पक्ष में लामबंद किया जा सके। इन अभियानों की शुरूआत जनवरी माह में होगी, जिसमें आरएसएस के इंद्रेश कुमार समेत कई संघ के लोग मौजूद रहेंगे।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से रक्षाबंधन पर्व कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। आरएसएस के अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य और मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार की कलाई पर मंच से जुड़ी महिलाएं राखी बांधकर पर्व मनाती है। देहरादून-दिल्ली हाईवे स्थित एक होटल में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से रक्षाबंधन पर्व का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में इंद्रेश कुमार की कलाई पर प्रांत संयोजिका सीमा जावेद, हरिद्वार जिला संयोजिका रूबी बेगम और अन्य महिलाओं ने राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व मनाया। इंद्रेश कुमार ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व बहन-भाइयों के प्यार का प्रतीक होता है। उन्होंने कहा कि राखी प्रेम और विश्वास का वह अटूट धागा है जो बहनों को भाइयों से जोड़ता है। प्रांत संयोजिका सीमा जावेद ने कहा कि रक्षाबंधन भाई-बहन के पारस्परिक प्रेम, स्नेह व विश्वास का त्योहार है। यह पर्व कर्तव्य, आत्मीयता, त्याग, सामाजिक एकता व सद्भाव की भावना का प्रतीक है। जिला संयोजिका रूबी बेगम ने कहा था कि रक्षाबंधन के इस पवित्र त्योहार से भाई-बहन का एक-दूसरे के प्रति परस्पर स्नेह, प्यार और अटूट विश्वास झलकता है। आपसी प्यार और सौहार्द के साथ सभी पर्व मनाने चाहिए। इस दौरान क्षेत्रीय संयोजक डॉ। हसन नूरी, प्रांत संयोजक मुस्तकीम, प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह, मासूम अली, नौशाद अली, अनीस गौड़, इसरार अल्वी, गजाला, गुड़िया, अमरीन, शमा परवीन, रेहाना परवीन, रुखसार आदि शामिल रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुस्लिम विंग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के लिए एक अलग तरह के प्रयास की तैयारी की थी। इसके लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने पूरे देश में एक अलग तरह के राखी कैंपेन को चलाने की तैयारी की। इसके तहत मुस्लिम लड़कियों से हिंदू लड़कों और हिंदू लड़कियों से मुस्लिम लड़कों को राखी बंधवाई गयी। इस मुहिम की शुरुआत जयपुर में 3 अगस्त से हुई।
मोहम्मद अफजल ने बताया था कि लखनऊ में दो कार्यक्रम हुए। एक कार्यक्रम पूरी तरह से दिव्यांगों के लिए था। इस कार्यक्रम का एकमात्र उद्देश्य हिंदुओं और मुस्लिमों में भाईचारे को बढ़ाकर अपनी गंगा-जमुनी तहजीब को संरक्षित करना था। उन्होंने बताया कि उनके संगठन ने देशभर के 12 राज्यों में इस कैंपेन को चलाया था। मोहम्मद अफजल ने बताया था कि हम एक साथ त्योहार मनाते आए हैं। पहले भी कई मौकों पर मुस्लिम भाइयों ने हिंदू बहनों की रक्षा की है। मोहम्मद साहब ने कहा था कि गाय का दूध दवा है और इसका मांस नुकसानदायक। उनके उपदेशों में कहा गया है कि दूसरे धर्मों की भावना को चोट नहीं पहुंचाना चाहिए और इसे सबको मानना चाहिए। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच योगी आदित्यनाथ की सरकार के पक्ष में इसीलिए प्रचार करेगा। (हिफी)
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