Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

दहेज प्रथा

दहेज प्रथा 

सोलह संस्कारों का वर्णन जो संस्कृति में पाया है 
विवाह पवित्र एवं प्रमुख है बुजुर्गों ने बतलाया है 

शादी की शाखा पर कोंपल मधुर स्नेहिल भाव धरे 
धवल हृदय से होकर जो उपहार हुए थे प्रेम भरे 

वर पक्ष की काक दृष्टि से व्यवस्था विकलांग हुई 
आहत होकर बुराई विषम विकृत विष राग हुई

काल शक्ति से कोंपल जहर का प्याला बन गई 
दायजा दहेज रूपी सामाजिक बुराई पनप गई

कन्या घर की ज्योति है मातपिता पर बोझ हुई
कठपुतली बना कन्या पक्ष वर पक्ष की धाक रही

कन्या दरवाजे से फिर बारातें लौटकर जाने लगी 
हिंदुस्तानी बेटी को ससुराल में चिंता सताने लगी 

बात-बात पर बहूयें धन हेतु प्रताड़ित होती थी 
सास ननद संपन्न घर में नववधूओं से लड़ती थी

मिट्टी का तेल छिड़कने की जो घटनाएं घटती थी 
सभ्य शिक्षित घर में नाना वधूएं फिर जलती थी

देश के हर चौराहे पर अब सुंदर वर बाजार सजे
पद आय अनुरूप मानवीय मूल्य बंदनवार सजे

स्वार्थ के लोभी अंधों को पैसों ने बहुत ललचाया 
रुपया नारियल कहने वाला गाड़ी तक चल आया 

बेटी बचाने की खातिर दहेज विरुद्ध लड़ना होगा 
देश के हर युवा को दहेज विरोधी प्रण करना होगा 

कन्या भ्रूण हत्या का मूल दहेज प्रथा मिटाना होगा 
समाज में जागृति लेकर युवाओं को आना होगा

दहेज विरोधी कानून का अक्षर पालन करना होगा
दहेज मांगने वालों का अब बहिष्कार करना होगा

रमाकांत सोनी नवलगढ़ जिला झुंझुनू राजस्थान
रचना स्वरचित मौलिक है
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ