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धारा के विपरीत

धारा के विपरीत

       ---:भारतका एक ब्राह्मण.
          संजय कुमार मिश्र "अणु"
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कुछ लोग हैं
जो नहीँ चाहते हैं कि-
मैं उनके समकक्ष रहूं।।
    चाहते हैं सब कि-
    मेरे पीछे खडे रहे,
    और वही करे -
     जैसा मैं कहूं।।
और जब मैं,
खडा होता हूं,
उनलोगों से-
बडा होता हूं,
नहीं है आदत-
कि चुप रहूं।
      बस यहीं से-
      मामला बिगडता है,
      और सब ये बात ले-
       हमेशा झगडता है,
       मेरी चाहत है-
       धारा के विपरीत बहूं।।
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वलिदाद,अरवल(बिहार)804402.
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