Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

वीर बटुकेश्वर' के माध्यम से युवाओं ने जाना बटुकेश्वर दत्त के बलिदान को

वीर बटुकेश्वर' के माध्यम से युवाओं ने जाना बटुकेश्वर दत्त के बलिदान को

पटना, 22 फरबरी। "आज जहां तुम खेल रहे हो..... किसी समय इसी स्थान पर जेल की कोठरी थी, जहां असेम्बली भवन में बम विस्फोट करने के पश्चात भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त को रखा गया था।" कौन भगत सिंह....कौन बटुकेश्वर दत्त....? ऐसे ही मन को झकझोरने और आत्ममंथन को मजबूर करने वाली संवाद से शुरू हुआ वीर बटुकेश्वर नुक्कड़-नाटक का मंचन।

अस्मि फाउंडेशन एवं संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बिहार के 25 क्रांतिकारियों के जीवन पर आधारित नुक्कड़-नाटक श्रृंखला 'नमन हे क्रांतिदूत' कार्यक्रम का शुभारंभ आज हुआ। रीतेश परमार द्वारा लिखित व नरेंद्र सिंह द्वारा निर्देशित इस श्रृंखला का पहला नुक्कड़-नाटक वीर बटुकेश्वर का मंचन आज पटना एन. आई. टी. के समीप गांधी घाट पर हुआ। इस नाटक के माध्यम से बिहार के विप्लवी क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त का देश की आज़ादी के प्रति अप्रतिम दीवानगी को दर्शाया गया है। देश की आज़ादी के लिए उनके संघर्ष और आज़ादी के पश्चात व्यक्तिगत जीवन के जद्दोजहद को इस 30 मिनट के नुक्कड़-नाटक के माध्यम से बखूबी दर्शाया गया।

कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अस्मि फाउंडेशन के सचिव रितेश परमार व कार्यक्रम के संचालक संजय सिन्हा ने बताया कि बिहार क्रांतिकारियों की भूमि रही है। इस धरती ने एक से एक वीर विप्लवी सपूत जने हैं जो अंग्रेजों के लिए 'नाईट मेयर' बन गए थे। देश की आज़ादी ही उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य था। इसके लिए उन्होंने सारी हदें पार कर दी। ब्रिटिश हुकूमत उनके नाम मात्र से विचलित हो जाते थे। लेकिन, यह हमारा दुर्भाग्य रहा है कि हम ऐसे लोगों के इतिहास को सहेज न सके। जिस कारण आज का युवा हमारे ऐसे सपूतों के नाम से बिल्कुल अनभिज्ञ रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से आज के युवाओं को ऐसे वीर सपूतों के जीवन से अवगत कराना है ताकि आज के युवा ऐसे महान लोगों के जीवन से प्रेरणा ले सके।

इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में हमने बिहार के ऐसे 25 प्रेरणा पुरुष को सूचीबद्ध किया है जिनके जीवन को केंद्रित कर हमने 25 नुक्कड़-नाटक तैयार किया है जिसका मंचन अभी से 15 अगस्त तक पटना के विभिन्न सार्वजनिक स्थल (जहां युवाओं की मौजदूगी अधिक होती है) पर इसका मंचन किया जाएगा। 15 अगस्त, 2021 को इस कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।

आज कर नुक्कड़-नाटक में बतौर कलाकार सुशांत चक्रवर्ती, नरेंद्र सिंह, अनुराग कुमार, सपना कुमारी, प्रभाकर शास्त्री ने अभिनय किया। वस्त्र विन्यास अभिमन्यु प्रिय तथा रूप सज़ा उदय सागर ने एवं व्यवस्था संचालन का काम पंकज कुमार, विवेक इत्यादि ने किया।
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ