गंगटा थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ी मझगांय निवासी सत्येंद्र सिंह और उनके बेटे नीलकमल के अपहरण की बात पूरी तरह झूठी निकली। दोनों बाप-बेटे उत्तरप्रदेश के दुबेलिया थाने के साइबर क्राइम मामले के नामजद आरोपी थे। गंगटा थानाध्यक्ष मजहर मकबूल ने बताया कि परिजनों द्वारा बड़ी मझगांय निवासी सतेंद्र और उनके बेटे नीलकमल के गायब होने पर अपहरण की आशंका जताई गई थी।
पुलिस द्वारा दोनों की खोजबीन के दौरान पता चला कि पिछले दिनों उत्तरप्रदेश के बस्ती जिला अंतर्गत दुबेलिया थाने की पुलिस ने गंगटा पुलिस से संपर्क साधकर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने की बात कही थी। दोनों बाप-बेटे दुबौलिया थाने के नामजद अभियुक्त थे। उत्तरप्रदेश पुलिस को दोनों की तलाश थी। सारे मामले की जानकारी इनके परिजनों को दे दी गई है।
ज्ञात हो 11 नवंबर को जमुई मेंं कार्यरत शिक्षक सत्येंद्र और उनके बेटे नीलकमल को किसी द्वारा अपने बोलेरो पर बैठाकर अपने साथ ले जाया गया था। इसकी सूचना मिलने पर परिजनों द्वारा अपहरण की आशंका जताई गई थी। जो पूरी तरह झूठा साबित हुआ है। सूत्रों ने बताया कि जिस बोलेरो पर सभी एक साथ गए थे, वहां मामले में कंप्रोमाइज करने की बात थी, लेकिन बात नहीं बनी और पीड़ित ने दोनों बाप-बेटे को दुबेलिया थाना पहुंचा दिया।
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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/munger/news/case-of-kidnapping-of-father-and-son-turned-out-to-be-false-127936066.html
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