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शहीदों का कब्र

शहीदों का कब्र

संगीता सागर,मुजफ्फरपुर,बिहार ।
सींच वतन की मिट्टी, दुश्मनों के रक्त से,
चढ़ा भारत माता को शीश
सो रहे थे कब्र में,शहीद चैन की नींद ।
लगा देशप्रेम का मुखौटा,आए
नेता जी चढ़ाने कब्र पर फूल
कब्र से आई आवाज,
'मत चढाओ मेरे कब्र पर फूल
ये फूल लगते है मुझे शूल,
मांगते हो जब मेरे मौत का सबूत ।
कहां थे तुम ?
जब हाथों में लेकर हथियार,
सह रहे थे अपने पीठ पर
गद्दारों के पत्थरों का वार ।
सौ सौ पर एक भारी थे हम,
लेकिन, ये तुम्ही थे न, जिसने बांध दिए थे हमारे हाथ ।
हट जाओ मेरे कब्र से,
जाओ उतारो ये देशप्रेम का मुखौटा ।
जला सकते हो तो जलाओ अपने हृदय में देशप्रेम का दीप ।
फिर आना शहीदों के कब्र पर
चढ़ाने फूल , जलाने दीप ।

संगीता सागर
प्रकाश कुटीर , 
होमलेस चौक,
शैलेश स्थान के पास
खबड़ा रोडमुजफ्फरपुर , बिहार ।
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