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विवाद सुलझाने गए दारोगा समेत तीन जवानों को भीड़ ने पीटा, गाड़ी तोड़ी, 15 लोग गिरफ्तार

रविवार को दो गुटों के जमीनी विवाद सुलझाने पहुंची बारूण थाना पुलिस पर हमला बोल दिया। दारोगा व दो जवानों को जमकर पीटाई की और बुरी तरह से जख्मी कर दिया। बाकी जवान जान बचाकर किसी तरह भागे। फिर हमलावर भीड़ ने थाना के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना बारूण थाना क्षेत्र के सरंगा गांव की है। घायलों में थाना के दारोगा देवनारायण प्रसाद, होमगार्ड जवान राम विद्या शर्मा व एक अन्य जवान शामिल है। घटना के बाद प्रभारी एसपी पंकज कुमार, एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह व सदर एसडीपीओ अनूप कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और हमला करने वाले 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
15 नामजद, 60 अज्ञात आरोपी बने
घटना के बाद स्थानीय थाना पुलिस द्वारा पुलिस टीम पर हमला मामले में एफआईआर दर्ज की गई। इस एफआईआर में घटना के बाद गिरफ्तार 15 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया। वहीं करीब 60 लोगों को अज्ञात आरोपी बनाया गया। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि जख्मी पुलिस टीम का इलाज कराया जा रहा है। वहीं फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उनको गिरफ्तार किया जाएगा। प्रभारी एसपी पंकज कुमार ने बताया कि कानून किसी को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। आरोपियों पर कड़ी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई ऐसी होगी कि कानून हाथ में लेने वालों का रूह कांप जाएगा।

विरोधी गुट ने कहा- पक्षपात कर रही थी पुलिस
इस घटना में पुलिस टीम हमला करने वाली विरोधी गुट का कहना है कि पुलिस जमीनी विवाद में एक खास समुदाय के लोगों को पक्षपात करते हुए मदद कर रही थी। पुलिस के इसी रवैया से खफा होकर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। जिसमें पुलिस वाले घायल हो गए। इस घटना से वे भी आहत हैं और दुर्भाग्यपूर्ण मान रहे हैं, लेकिन घटना के बाद पुलिस कई निर्दोष लोगों को भी गिरफ्तार कर ली है। जो गलत है। गांव के एक ग्रामीण ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि टीम पर हमला करने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों पर कार्रवाई करना गलत है। पुलिस को एक बार विचार करना चाहिए। ताकि लोगों को कानून पर भरोसा हो सके।

जानिए क्या है विवाद का मामला
सूत्रों के अनुसार सरकारी गैरमजरूआ जमीन पर दो गुट अपना-अपना कब्जा बताते हैं। एक गुट का उस जमीन पर कब्जा सालों से है, लेकिन दूसरा गुट उस जमीन पर अब कब्जा चाहता है। दूसरे गुट के पास कब्जा करने का आधार है और सरकारी दस्तावेज, लेकिन कब्जा वाला गुट मानने को तैयार नहीं। इसी कारण कई बार दोनों गुट आमने-सामने आ चुके हैं। रविवार काे भी इसी विवाद में पुलिस टीम पर हमला हुई।

दारोगा के घायल होते ही पुलिस टीम में मची अफरातफरी
जमीनी विवाद के कारण सरंगा गांव में दो गुटों के बीच मामूली झड़प हुई। जिसकी सूचना के बाद बारूण थाना पुलिस दल-बल के साथ गांव में विवाद सुलझाने गई। जैसे ही पुलिस गांव में पहुंची और एक गुट से घटना का जायजा लिया। फिर दूसरे गुट काे समझाने के लिए आगे बढ़ी। इसी दौरान दूसरे गुट ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला बोल दिया। ईंट-पत्थर व लाठी-डंडा से हमला बोला। इस हमला में थाने के दारोगा देवनारायण प्रसाद व दो अन्य जवान जख्मी हो गए। इसके बाद पुलिस टीम में अफरा-तफरी मच गई। कई जवान जान बचाकर दौड़ते हुए भागे।

वहीं दारोगा बुरी तरह से जख्मी हो गए। करीब 20 मिनट तक उक्त गुट ने पुलिस टीम पर हमला किया। फिर पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान दोनों गुट में तनाव भी हुआ। फिर गांव के कुछ लोगों ने किसी तरह जख्मी पुलिस टीम को बचाया और मामले को शांत कराया। घटना के बाद पुलिस टीम ने आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद एसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। दर्जनभर से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।



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Three soldiers, including the inspector who went to settle the dispute, were beaten up by the mob, broke the vehicle, 15 people arrested


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/barun/news/three-soldiers-including-the-inspector-who-went-to-settle-the-dispute-were-beaten-up-by-the-mob-broke-the-vehicle-15-people-arrested-127530929.html

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