Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मिट्टी लद्दाख की

मिट्टी लद्दाख की

''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''
मार मार कर शहीद करते गए ..
चांडाल चीनी चाईयों को ..
साष्टांग दंडवत नमन वंदन है ..
गलवान विजेता भाइयों को .. !
वस्त्र अमरत्व का ..
ओढ़ कर सो जाव वत्स जतन से ..
घायल काया को राहत देती ---
माँ भारती - बोली राष्ट्र रतन .. !
हर हर के नारा पर बोला हर सिपाही ..
माँ कराली बन तुम्हें श्वास छोड़ना है ..
हमे बल अतिबल महाबल दे मर्दनी ..
अरि दल का गर्दन तोड़ना है .. !
सशरीर अशरीर खड़ी सीमा पर ..
शक्ति की अजब गजब कहानी है ..
तब तक लहराता रहेगा तिरंगा ..
जब तक गलवान में पानी है .. !
मिट्टी लद्दाख की ..
अमरत्व दे गई है सिपाहियों को ..
खूब भयंकर दृश्य था जब मार मार कर ..
शहीद कर रहे थे शेर- चांडाल चीनी चाईयों को .. ।
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""विनयबुद्धि"
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ