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रेलवे अंडरपास की जल निकासी समस्या का समाधान, पूर्वी छोर पर बनेगा नाला

जहानाबाद व अरवल के पच्चीस लाख लोगों से जुड़ी सबसे अहम व पुरानी समस्या का स्थाई समाधान की ओर कदम बढ़ा दिया गया है। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने इसके लिए एफडीआर यानि फ्लड डैमेज रिपेयर मद से पैरवी कर अंडरपास से जल निकासी के लिए 54 लाख रुपए की राशि का जुगाड़ कराया है।

स्वीकृत राशि से कुछ ही दिनों में निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। डीएम ने बरसात को देखते हुए इसके लिए एनएच को विभाग में पैनल्ड एजेंसी से तुरंत काम शुरू कराने का निर्देश दिया है। गौरतलब हो कि एनएच 110 पर यहां राजाबाजार स्थित रेलवे अंडरपास जहानाबाद व अरवल जिले के पच्चीस लाख की आबादी के लिए आवागमन के लिए सबसे बड़ी समस्या रही है।
रेलवे लाइन के पूरब से दरधा नदी में गिरेगा पानी, नहीं होगा जल जमाव
प्रस्तावित योजना के तहत रेलवे लाइन के पूरब से नए नाले के निर्माण की योजना है। इसके लिए दोनों अंडर पास के सतह का ढाल उक्त प्रस्तावित नाले की ओर निर्माण किया जाएगा। इससे आसपास के नालियों के सिपेज का पानी दोनों अंडरपास में से किसी में नहीं ठहर पाएगा और पानी सीधे नाले के माध्यम से नदी में चला जाएगा। डीएम ने कहा कि संबंधित विभाग को बरसात के बावजूद नाले के निर्माण में काम लगाने का निर्देश दिया गया है ताकि दोनों जिले के लाखों लोगों को आवागमन में शीघ्र सहुलियत मिल सके।
कई राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं के संघर्ष से बना है न्यू अंडरपास
इस महत्वपूर्ण समस्या को लेकर जिले के कई सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं की भी बड़ी भूमिका रही है। न्यू अंडरपास के निर्माण के लिए रालोसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल शर्मा, तत्कालीन एमपी डा.अरूण कुमार, स्थानीय विधायक सुदय यादव से लेकर जेडीसी जैसी सामाजिक संस्थाओं ने काफी संघर्ष किया है। गोपाल शर्मा ने तो हाजीपुर जोनल कार्यालय में ही न्यू अंडरपास के निर्माण के लिए धरना दे दिया था। उन्होंने कई दफे रेलवे मिनिस्टर से भी नया अंडरपास के निर्माण के लिए मिलकर आग्रह किया था। आखिरकार अंडरपास में जल निकासी की समस्या का समाधान कर डीएम ने सबकी मेहनत को सार्थक बनाने की कोशिश की है।

दशकों की समस्या का नाले के निर्माण के साथ हो सकेगा स्थाई निदान

दशकों के प्रयास के बाद जब रेलवे ने एक अतिरिक्त अंडरपास के निर्माण की स्वीकृति दी तो आसपास दर्जनों पक्के निर्माण से सड़क के किनारे की जमीन को अतिक्रमित करके रखा गया था। अतिक्रमण हटाने के काम में न्यायिक व तकनीकी पेंच की वजह से कोई भी जिलाधिकारी ने हाथ डालने की कोशिश नहीं की थी। लेकिन वर्तमान डीएम ने खुद मौके पर रहकर अतिक्रमित कई पक्के बिल्डिंग को ध्वस्त कराकर अंडरपास से अरवल मोड़ तक सड़क का निर्माण कराया। अतिक्रमण हटाने के दौरान उन्होंने देर रात तक खुद मौके पर जमकर काम कराया।

उसके बाद जब नया अंडरपास बना तो जल निकासी की समस्या तमाम प्रयासों के बाद जस की तस बना रहा। दरअसल अंडरपास के पास पानी निकासी की समस्या नहीं होने से आसपास के नालियों का पानी लगातार सिपेज के माध्यम से नए अंडरपास में जमा होता रहा। पानी जमा रहने से करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित न्यू अंडरपास की उपयोगिता ही खत्म हो गई थी। हालात को देखते हुए डीएम नाला निर्माण के लिए विभिन्न विभागों से संपर्क साधने की अपनी कोशिश जारी रखी।



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The drainage problem of railway underpass will be solved, a drain will be built at the eastern end


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/jehanabad/news/the-drainage-problem-of-railway-underpass-will-be-solved-a-drain-will-be-built-at-the-eastern-end-127418298.html

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