पटना व्यूरो सुबोध सिंह की खास रिपोर्ट
झूठे मिडिया ट्राइल के कारण दरोगा निलम्बित ज्ञात हो की कुछ मिडिया में यातायात पुलिस के सिपाही अजय कुमार के द्वारा झूठे रोने धोने की खबर के कारण जक्कनपुर थाने के दरोगा को सिपाही अजय कुमार की पिटाई के आरोप में निलंबित कर दिया गया है जबकि सच्चाई इसके ठीक उल्टा है जिसका वीडियो उपलब्ध है | कुछ पेड मिडिया में दो दिन पूर्व यह दिखाया गया कि पटना यातायात पुलिस के सिपाही अजय कुमार को लॉक डाउन के दरमियान पिटा गया जबकि वीडियो बताता है अजय कुमार ने जक्कनपुर थाने के न केबल पेट्रोलिग स्टाफ बल्कि थाना प्रभारी और दरोगा से बतमीजी की | अगर दरोगा सस्पेंड किया जा सकता है तो सिपाही पर अब तक जाँच क्यों नहीं की गई? अगर सिपाही अजय कुमार अपनी मां की दवा लाने के लिए जा रहा था तो पुलिस जिप्सी ने जब उसे रोका तो उसने पर्ची क्यों नहीं दिखाई? । सिपाही ने कहा उसकी पिटाई कर सर फोड़ दिया गया जबकि सिपाही ने उसे जाने के लिए कहा ऐसा विडिओ में देखा जा सकता है | यातायात पुलिस के सिपाही ने खुद लॉक डाउन के नियमो का खुला उलंघन किया और सजा बेचारे दरोगा दिनेश्वर उपाध्याय को मिली | यह वीडियो किसी मिडिया के द्वारा नहीं दिया गया है बल्कि वहा के स्थानीय नागरिकों के द्वारा उपलब्ध करवाया गया है | दिव्य रश्मि एक सामाजिक पत्रिका है