गया स्टेशन तेल बीघा मोड़ स्थित प्राचीन काली मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा का तृतीय दिवस संपन्न गया रेल…
Read more »पत्थरों से प्यार करते राही के संस्मरण लगी जो चोट बचपन में चले हवा जब पुरवा याद आती वो पचपन में। उभर…
Read more »पटना जीपीओ में विशेष सम्मान समारोह का आयोजन, उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन हेतु कर्मचारियों को किया गया स…
Read more »शब्दवीणा कर्नाटक प्रदेश समिति द्वारा मासिक काव्यगोष्ठी का हुआ आयोजन सूखी नदियाँ, सूखे पोखर, सूख गये…
Read more »श्री गणेशाय नम: 20 अप्रैल 2025, रविवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहे…
Read more »प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा का मानना है कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था केवल …
Read more »इतिहास का विकृतिकरण और नेहरू (डिस्कवरी ऑफ इंडिया की डिस्कवरी ) तब था धरती पर अंधकार अध्याय - 14 डॉ …
Read more »बोधगया : ज्ञान और मोक्ष की भूमि : "विश्व विरासत दिवस - 2025" का उत्सव भारत पर्यटन पटना, प…
Read more »कानून अन्धा होता है, यह पढ़ा था हमने, सबूतों की कसौटी तौलता, सुना था हमने। वर्तमान दौर में बदल गये,…
Read more »जल संसाधन विभाग के अधिकारी विभिन्न परिक्षेत्रों में संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों का कर रहे निरीक्षण…
Read more »वीर भूमि शेखावाटी,विश्व की अनमोल धरोहर रज रज पुलकित प्रफुल्लित, अथाह हर्ष उल्लास उमंग । देश रक्षा प…
Read more »जानते हैं सब परन्तु मानता कोई नही, वोट बैंक खेल, रार ठानता कोई नहीं। जो पढ़ाया पढ़ लिया, सत्य पता न…
Read more »श्री गणेशाय नम: 19 अप्रैल 2025, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेग…
Read more »विधवा का साया विधवा के साया का परिणाम देखा है, अच्छे खासे लोगों को बर्बाद देखा है। पड़ी जिस पर भी उ…
Read more »धरोहर में बसी है सभ्यता संस्कार हमारे हैं। पुरखों की निशानी है हमें जान से प्यारे हैं। हवेली छतरिया…
Read more »आज विश्व धरोहर दिवस की समस्त माताओं बहनों एवं बंधुओं को सपरिवार हार्दिक बधाई एवं बहुत बहुत शुभकामना…
Read more »तुम कभी रुठा न करो मंद मंद मुस्कुराता चेहरा महकते गुलाब सा। मदमस्त हंसी अदाएं अंदाज खूब जनाब का। मि…
Read more »आती-जाती लहरें आती-जाती लहरें बहती, सागर की उथल-पुथल। भावों का सागर उमड़े, बढ़ता जाता अथाह जल। कभी …
Read more »लहूलुहान सिमाना होलो आबीजा गोमाम चलऽ। डॉ रामकृष्ण मिश्र लहूलुहान सिमाना होलो आबीजा गोमाम चलऽ। जेवा…
Read more »संतुष्टि: जीवन की सच्ची सफलता हम अक्सर सफलता को जीवन का अंतिम लक्ष्य मान लेते हैं, जबकि संतुष्टि उस…
Read more »जातियों की उत्पत्ति: ऐतिहासिक, शास्त्रीय और सामाजिक दृष्टिकोण से विश्लेषण डॉ राकेश दत्त मिश्र भारती…
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