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दिल लगाना है

दिल लगाना है

दिल तो अब लगाना है
प्यार दिल में जगाना है।
साथ तेरा निभाना है
इसलिए दिल तुझसे लगाना है।।
दिल को अब लगाना है
प्यार दिल में जगाना है।।

काश ऐसे हो जाए
साथ तेरा मिल जाए।
जिंदगी में प्यार
सागर जैसा भर जाए।
फिर कभी भी तुझको
होगी नही शिकायतें।
इसलिए दिलमें सजाना है
और प्यार को बढ़ना है।।
दिल तो अब लगाना है
प्यार दिल में जगाना है।।

मैं अकेला क्या करता
जिंदगी को कैसे जीता।
तन्हा रहकर मैं क्या
अब तक जी पाता।
साथ तेरा मिल जाए
जिंदगी फिर खिल जाए।
प्यास दिलों की
मानों तब बूझ जाए।
इसलिए साथ तेरा जरूरी है
दिल धड़कने के लिए।।
दिल तो अब लगाना है
प्यार दिल में जगाना है।।


चाँद सा मुखड़ा तेरा
रूप चाँदनी जैसा।
प्यार है सागर जैसा
जिसमें समा जाए जहां।
आँखो का तू तारा है
सब का तू दुलारा है।
छूट न जाए न ये
देखो प्यार की डोर।
इसलिए डोर को पकड़ना है
संग-संग साथ चलना है।।
दिल तो अब लगाना है
प्यार दिल में जगाना है।
साथ तेरा निभाना है
इसलिए दिल तुझसे लगाना है।।


जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
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