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राष्ट्र निर्माण मेंआर्य समाज का रहा है महत्वपूर्ण योगदान : रवि चाणक्य

राष्ट्र निर्माण मेंआर्य समाज का रहा है महत्वपूर्ण योगदान : रवि चाणक्य

ग्रेटर नोएडा । यहां स्थित अंसल सोसाइटी में प्रोफेसर विजेंद्र सिंह आर्य स्मृति व्याख्यान माला के अंतर्गत मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए नरेंद्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य ने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में आर्यसमाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के द्वारा ही स्वाधीनता आंदोलन के दौरान अनेक क्रांतिकारियों को तैयार किया गया। जिन्होंने भारत के क्रांतिकारी आंदोलन को बड़ी तेजी से प्रचारित प्रसारित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। तत्कालीन समाज में जितने भर भी हिंदूवादी संगठन थे, उन सब के क्रांतिकारी नेताओं के निर्माण में आर्य समाज के गुरुकुलों की विशेष भूमिका रही थी। अंग्रेज आर्य समाज के गुरुकुलों को क्रांतिकारियों की फैक्ट्री कहा करते थे।
इस अवसर पर सुदर्शन न्यूज़ चैनल के चीफ एडिटर और हिंदूवादी राष्ट्रवादी चिंतक सुरेश चव्हाणके ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन ने आर्य समाज की विश्व स्तर की एकता को एक बार फिर उजागर कर दिया है। जिससे पता चलता है कि स्वामी दयानंद जी महाराज के विचारों से दुनिया की कितनी बड़ी आबादी आज भी प्रेरणा प्राप्त कर रही है ? उन्होंने कहा कि आज स्वामी दयानंद जी के विचारों के अनुकूल परिवेश निर्मित कर भारत को एक नई पहचान देने की आवश्यकता है । जिसमें लव जिहाद, जनसंख्या नियंत्रण कानून, समान नागरिक संहिता और जनसंख्या में हिंदुओं का गिरता हुआ ग्राफ चिंता का विषय है। इसके लिए एक जुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर विजेंद्र सिंह आर्य का उत्कृष्ट लेखन और चिंतन स्वामी दयानंद जी से प्रेरणा प्राप्त करता था, उसी के आधार पर उन्होंने कई उच्च स्तर की पुस्तकों का लेखन कार्य संपन्न किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जनसंख्या का आंकड़ा घटता जा रहा है अर्थात मुस्लिम के सामने हिंदू की संख्या तेजी से घट रही है और हमारी बहन बेटियां एक या दो संतान करके ही परिवार नियोजन अपना लेती हैं , वह चिंता का विषय है । यदि हम अपनी जनसंख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाए तो आने वाले समय में हमारी बेटियों का सम्मान सुरक्षित नहीं रह पाएगा । उन्होंने उपस्थित जन समूह को शपथ दिलाई कि सभी अपनी बहन बेटियों, बहुओं से कम से कम चार संतान पैदा करने का आग्रह अवश्य करेंगे।
आर्य प्रतिनिधि सभा के संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र सिंह आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि हमें भारत के सांस्कृतिक गौरव को पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता है । यदि आज भी प्रयास किए जाएं तो हम राम और भरत के आदर्शों को स्थापित कर समाज को नई दिशा दे सकते हैं। जिसके लिए गंभीर और सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है। आज हमारे स्कूली पाठ्यक्रम में इस प्रकार की शिक्षा को लागू करना बहुत आवश्यक हो गया है। श्री आर्य ने कहा कि हमें चिंतन बैठकों के माध्यम से उसी प्रकार वैदिक सिद्धांतों की रक्षा करनी है जिस प्रकार हमारे ऋषि मुनि उपनिषदों के माध्यम से किया करते थे।
आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद गौतम बुद्ध नगर के अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार आर्य ने इस अवसर पर कहा कि हमें हिंदू समाज के सभी मतभेदों को भुलाकर एक आवाज , एक आगाज और एक अंदाज के आधार पर काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि आर्य समाज इसी काम के लिए पैदा हुई संस्था का नाम है। जिसे हम सार्थक करने का हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि भारत को समझो अभियान के अंतर्गत उगता भारत एक मिशन के रूप में कार्य कर रहा है। उसका मिशन संसार को स्वामी दयानंद जी की विचारधारा
से रंग देना है। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर विजेंद्र सिंह आर्य जी की बरसी मनाने का उद्देश्य सांस्कृतिक मूल्यों का प्रचार प्रसार करना है। हम उनके लिए कोई शोक दिवस, श्रद्धांजलि सभा या उनकी बरसी नहीं मना रहे हैं, बल्कि वैदिक आदर्शों को चिंतन मंथन बैठकों के माध्यम से समाज में कैसे और अधिक सुदृढ़ किया जाए ? - इस पर सब मिलकर विचार कर रहे हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे और आर्य भाषा प्रचारिणी सभा के जिलाध्यक्ष ब्रह्मचारी आर्य सागर ने इस अवसर पर कहा कि वेदों की विचारधारा मानव निर्माण से राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण से विश्व निर्माण करने की विचारधारा का नाम है। वास्तव में आर्य समाज का राष्ट्र निर्माण ही विश्व निर्माण कहा जा सकता है।
इस अवसर पर किए गए सात कुंडीय यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य राजकुमार शास्त्री रहे। जिन्होंने अपना गंभीर और उत्कृष्ट कोटि का प्रवचन दिया और लोगों को महर्षि दयानंद के वेदों की ओर लौटो के नारे से परिचित कराया। कार्यक्रम में प्राण देव जी महाराज, स्वामी संकल्प देव जी महाराज सहित कई संतों ने भाग लेकर कार्यक्रम को और भी अधिक गरिमा प्रदान की। सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ समाज सेवी सतीश नंबरदार द्वारा की गई । कार्यक्रम में सरपंच रामेश्वर, विजेंद्र प्रधान, गिरिराज भाटी, जलजीत आर्य, उपाध्यक्ष महावीर सिंह आर्य, बलबीर सिंह आर्य , मंत्री पंडित धर्मवीर आर्य,गजराज सिंह आर्य, मांगेराम आर्य, गुरुकुल मुर्शदपुर के मैनेजर विजेंद्र सिंह आर्य, महेश आर्य , शिव मुनि , सुखबीर सिंह आर्य, प्रदीप आर्य, महेंद्र सिंह आर्य, यशपाल आर्य, हेमसिंह महाशय, रामप्रसाद आर्य, जयकरण भाटी, संत सिंह आर्य, राकेश कुमार यादव, संत सिंह बंसल, रईस राम भाटी, भूप सिंह, मेजर वीर सिंह आर्य, वरुण कुमार आर्य, अमित सिंह आर्य, किशन लाल आर्य, ऋषिपाल भाटी एडवोकेट बृजपाल सिंह भाटी, एडवोकेट सरदार सिंह बंसल, एडवोकेट रविंद्र बंसल एडवोकेट आदि सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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