Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

शब्दवीणा सृजन त्रिविधा में गया जी के रचनाकारों ने किया काव्य पाठ

शब्दवीणा सृजन त्रिविधा में गया जी के रचनाकारों ने किया काव्य पाठ

  • यूँ ही नहीं जहां को लुभाती हैं बेटियाँ। खुशियों के फूल, दिल में खिलाती हैं बेटियाँ।
  • भजते रहो रघुवीर को सब, राम तो सर्वज्ञ हैं
  • हरियाणा की कवयित्री कीर्ति यादव बनीं शब्दवीणा सृजन त्रिविधा प्रभारी

गया जी। राष्ट्रीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था शब्दवीणा द्वारा हर शनिवार रात्रि 8.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक आयोजित होने वाले साप्ताहिक कार्यक्रम "शब्दवीणा सृजन त्रिविधा" में गत शनिवार बतौर आमंत्रित रचनाकार शब्दवीणा की गया जिला उपाध्यक्ष कवयित्री अनामिका अनु, अतरी, गया जी के कवि नरेंद्र सिंह एवं शब्दवीणा जहानाबाद जिला सचिव चितरंजन चैनपुरा रहे। कार्यक्रम का संयोजन शब्दवीणा की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने किया। नव मनोनीत शब्दवीणा सृजन त्रिविधा प्रभारी एवं शब्दवीणा हरियाणा प्रदेश समिति की सक्रिय सदस्य कवयित्री कीर्ति यादव के कुशल संचालन में रचनाकारों ने सुमधुर स्वर में अपने स्वरचित गीत, गज़ल, दोहे, मुक्तक, घनाक्षरी एवं अन्य महत्वपूर्ण छंदों की प्रस्तुति दी। साथ ही, सभी ने अपने साहित्यिक जीवन से जुड़ी खट्टी-मीठी यादों को भी साझा किया।

संचालन के दरम्यान कीर्ति यादव ने सुमधुर स्वर में "कितनी सुंदर अयोध्या की नगरी, देखने को ये जी चाहता है" गीत प्रस्तुत किया। नरेन्द्र सिंह की रचना 'राम ही आधार हैं' को खूब सराहना मिली। उन्होंने रामभक्ति में डूबकर "भजते रहो रघुवीर को सब, राम तो सर्वज्ञ हैं। वो जानते सारे जगत को, ईश ये मर्मज्ञ हैं" भजन गाया। वहीं अनामिका अनु की "यूँ ही नहीं जहां को लुभाती हैं बेटियाँ। खुशियों के फूल, दिल में खिलाती हैं बेटियाँ" जैसी ग़ज़लों ने श्रोताओं एवं दर्शकों का हृदय जीत लिया। श्रीमती अनु ने चुनाव, वोट, नेताओं की कूटनीतियाँ, कार्तिक माह, तुलसी पूजन आदि विषयों पर भी रचनाएँ पढ़ीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रश्मि ने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण शब्दवीणा केन्द्रीय पेज से किया गया, जिससे राम नाथ बेख़बर, डॉ रामसिंहासन सिंह, पी. के. मोहन, सरोज कुमार, कर्नल गोपाल अश्क, अरुण अपेक्षित, अनंग पाल सिंह भदौरिया, महेश चंद्र शर्मा राज, केविन सिंह, विनोद बरबिगहिया, रजनी रंजन, नित्यानंद मिश्रा, सरिता महेंद्र शर्मा सहित देश भर से जुड़े अनेक साहित्यानुरागियों ने काव्य पाठ का आनंद उठाया।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ