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कुम्हरार विधानसभा में मतदान के प्रति मतदाताओं की उदासीनता, महिलाओं ने दिखाया अधिक उत्साह

 
कुम्हरार विधानसभा में मतदान के प्रति मतदाताओं की उदासीनता, महिलाओं ने दिखाया अधिक उत्साह
📍पटना, 6 नवम्बर 2025 |सुरेन्द्र कुमार रंजन  दिव्य रश्मि संवाददाता


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के तहत आज कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ। हालाँकि इस बार मतदाताओं में पहले जैसा उत्साह नहीं दिखा। सुबह 7 बजे से शुरू हुए मतदान में दिनभर मतदाताओं का रुझान बेहद धीमा रहा।
🔸 औसतन 30 से 38 प्रतिशत मतदान

दिव्य रश्मि संवाददाता द्वारा किए गए लगभग दो दर्जन बूथों के दौरे — जिनमें बूथ संख्या 90, 91, 92, 93, 94, 113, 114, 115, 116, 117, 118, 119, 120 और 121 शामिल हैं — में लगभग एक जैसी स्थिति देखने को मिली।
शाम 6 बजे तक इन सभी बूथों पर मात्र 30 से 38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
🔸 धीमा रहा मतदान, पुरुषों की तुलना में महिलाएँ अधिक सक्रिय

मतदान केन्द्रों पर पहले जैसी लंबी कतारें इस बार नदारद रहीं। मतदाताओं का प्रवाह बहुत धीमा रहा — लोग एक-एक कर आराम से आते, वोट डालते और बिना कतार में लगे घर लौट जाते।
हालाँकि महिलाओं में मतदान को लेकर उल्लेखनीय उत्साह देखा गया। कई महिलाएँ समूह में बूथ तक पहुँचीं और गर्व से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।


🗣️ “हमने विकास को ध्यान में रखकर मतदान किया है। हमें ऐसे प्रतिनिधि चाहिए जो सड़क, नाली, बिजली और रोजगार पर काम करे,” — नीता कुमारी, मतदाता, कुम्हरार।
🔸 मतदाताओं की उदासीनता के पीछे कारण

जब संवाददाता ने मतदाताओं से मतदान के प्रति कम रुचि की वजह पूछी तो उन्होंने कई कारण गिनाए —


मतदान पर्ची नहीं मिलने की शिकायत कई लोगों ने की।


कुछ के नाम मतदाता सूची से गायब पाए गए।


उम्मीदवारों द्वारा जनसंपर्क की कमी को भी एक बड़ा कारण बताया गया।

राजेंद्र नगर के एक मतदाता श्री विनोद कुमार ने कहा,


“हर बार वोट डालते हैं, लेकिन इस बार किसी उम्मीदवार ने जनता से जुड़ने की कोशिश नहीं की। इससे लोगों में रुचि कम हो गई।”
🔸 विकास बना प्रमुख चुनावी मुद्दा

जिन मतदाताओं ने मतदान किया, उन्होंने कहा कि उन्होंने विकास और सुशासन को ध्यान में रखकर वोट डाला है।
अधिकांश ने माना कि क्षेत्र की मूलभूत सुविधाएँ — सड़क, जल निकासी, स्वच्छता और युवाओं के लिए रोजगार — अब भी सबसे बड़ी समस्याएँ हैं।
🔸 सुरक्षा व्यवस्था से लोग संतुष्ट

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे और प्रवेश द्वार पर सघन जांच की व्यवस्था थी।
लोगों ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था इतनी सुदृढ़ थी कि निर्भीक होकर मतदान किया जा सका।
कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, जिससे प्रशासन की तैयारियाँ सफल मानी गईं।
🔸 लोकतंत्र की ताकत अभी जीवित है

मतदान केन्द्रों का माहौल शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा।
हालाँकि मतदाताओं की संख्या कम रही, पर जिन लोगों ने मतदान किया, उनके चेहरों पर लोकतंत्र में अपनी भागीदारी का गर्व और आत्मसंतोष साफ झलक रहा था।


✍️ “भले ही मतदान प्रतिशत घटा हो, पर जिन्होंने वोट डाला, उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत किया,” — स्थानीय वरिष्ठ नागरिक रामलाल सिंह (78 वर्ष)
🔹 निष्कर्ष

कुम्हरार विधानसभा में इस बार मतदान का रुख भले धीमा रहा हो, पर शांतिपूर्ण माहौल, महिलाओं की भागीदारी और विकास को लेकर मतदाताओं का दृष्टिकोण लोकतंत्र की परिपक्वता को दर्शाता है।
कम मतदान प्रतिशत जरूर चिंता का विषय है, पर लोकतंत्र के प्रति जनता की आस्था अभी बरकरार है।

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