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"बच गेल अपन बिहार हो"

"बच गेल अपन बिहार हो"

रजनीकांत ।
बच गेल अपन बिहार हो भैया
बच गेल अपन बिहार हो।
नया बिहार बनावे खातिर
मोदी नीतीश तैयार हो।
बच गेल अपन बिहार हो।।
भाई भतीजावाद मिटल हे
जाति पाति भी दूर हटल हे,
अइसन निशान तिरवा के लग गेल
जन्ने देख कमल खिलल हे।
देख अब परिवारवाद के
हो गेल बंटाधार हो
बच गेल अपन बिहार हो।
जहर उगल के भागल दिल्ली
बच गेल हे खिसियानी बिल्ली,
अहंकार के शोर थम्हल हे
बन के बैठल शेख औ चिल्ली।
नेता जी के नशा उतर गेल
पड़ गेलन बेमार हो,
बच गेल अपन बिहार हो।
देश के जनता बम बम बोले
सब के मुंह में मिसरी घोले,
प्रेम के अइसन गंगा बह गेल
बह गेलन सब सांप सपोले ।
बुद्ध के धरती जोर से बोले
देख जन आधार हो।
बच गेल अपन बिहार हो।©

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