Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

देखा नहीं कभी जिन्होंने, गाँव गली औ' खेत,

देखा नहीं कभी जिन्होंने, गाँव गली औ' खेत,

फसलें कितनी पैदा हुयी, देते वह उपदेश।
सब्जी फल महँगे हुये, लगे कोसने रोज,
वह ही कहते फिर रहे, हुईं किसान की मौज।
सस्ता सब राशन मिले, बढ़े किसान की आय,
पिज़्ज़ा बर्गर सस्ते लगते, प्याज़ पर हाय हाय।
कोई कहता दस के भाव, हो गेहूँ चावल धान,
टमाटर जरा महँगा हुआ, मचा रहे तुफान।
आमदनी खुद की बढ़ी, यह अपना अधिकार,
सब कुछ सस्ता ही मिले, हो ऐसी सरकार।

अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ