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पटना की भूमि पर सजी हरियाली की छांव - जीकेसी का संपन्न हुआ “सावन महोत्सव 2025”

पटना की भूमि पर सजी हरियाली की छांव - जीकेसी का संपन्न हुआ “सावन महोत्सव 2025”

दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा की खबर |

राजधानी पटना का रॉयल गार्डन प्रांगण इस रविवार को एक विशेष उल्लास, रंग-बिरंगी छटाओं और सांस्कृतिक सौहार्द का साक्षी बना, जब ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने अपने केन्द्रीय कार्यालय परिसर में "सावन महोत्सव 2025" का भव्य आयोजन किया। यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक मिलन था, बल्कि कायस्थ समाज की पारिवारिक एकता, भारतीय परंपराओं और सामाजिक चेतना का भी जीवंत उदाहरण बना।

सावन का महीना भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है। यह हरियाली, नवजीवन, उल्लास और भक्ति का प्रतीक होता है। इस आयोजन की सबसे खास बात रही, जीकेसी की महिला सदस्यों, पदाधिकारियों और उनके परिजनों की पारंपरिक हरे परिधानों में सजी उत्सवमयी भागीदारी, जिसने कार्यक्रम को अनुपम सौंदर्य और समरसता से भर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत चित्रगुप्त महाराज के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुई। यह आरंभ न केवल आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जीकेसी अपने सांस्कृतिक आयोजनों की जड़ों को परंपराओं से जोड़ना बखूबी जानती है।

कार्यक्रम में नृत्य, संगीत और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए सभी को स्वतंत्र मंच दिया गया। खासकर महिलाओं ने अपनी प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. निशा परासर और सह-संयोजिका अराधना कुमारी ने आयोजन को एक नई ऊंचाई देने में अहम भूमिका निभाई और महिलाओं की भागीदारी को लेकर सराहना प्राप्त की।

जीकेसी प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन के नेतृत्व में यह महोत्सव नारी सशक्तिकरण की एक जीवंत मिसाल बनकर उभरा। उनकी सादगी और संगठनात्मक कौशल ने पूरे आयोजन को एक आत्मीय और पारिवारिक वातावरण प्रदान किया, जिसमें हर आयु वर्ग के लोगों की सहभागिता सहज रूप से दिखाई दी।

उक्त अवसर पर जीकेसी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी परिवार सहित उपस्थित रहे। इनमें ग्लोबल उपाध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, राष्ट्रीय सदस्यता अभियान संयोजक सह वरिष्ठ उपाध्यक्ष निलेश रंजन, बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष रवि शंकर प्रसाद सिन्हा, प्रदेश सचिव डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा, अधिवक्ता संजय कुमार सिन्हा, पटना जिला सदस्य संदीप कुमार सिन्हा, कार्यालय सचिव प्रसून श्रीवास्तव और जीकेसी पटना जिला की पूरी टीम प्रमुख रूप से शामिल थी। इन सभी ने अपने उत्साहपूर्ण सहभागिता से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।

जीकेसी का यह आयोजन केवल सांस्कृतिक मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह समाज में सामाजिक समरसता, पारिवारिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता के संदेश को भी मजबूती से प्रसारित करता रहा। कार्यक्रम की हर एक प्रस्तुति और गतिविधि में एक ऐसा संदेश निहित था जो आज के समय में सामूहिकता और परंपरागत मूल्यों के संरक्षण की प्रेरणा देता है।

कार्यक्रम के अंत में जीकेसी की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि संस्था भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों को निरंतर जारी रखेगी। साथ ही सभी सदस्यों से आग्रह किया गया कि वे अपने परिवार, मित्रों और विशेषकर कायस्थ समाज के अन्य लोगों को इस अभियान से जोड़ें ताकि सामाजिक एकता की यह लौ और अधिक प्रखर हो।

"सावन महोत्सव 2025" न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह कायस्थ समाज की सामाजिक ऊर्जा, पारंपरिक मूल्यों और सांस्कृतिक समरसता का उत्सव भी था। हर मुस्कान, हर प्रस्तुति और हर सहभागिता ने यह साबित कर दिया कि जब एक परिवार एकजुट होता है, तो वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन की मिसाल बनता है। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) का यह प्रयास प्रशंसनीय है और निश्चित ही समाज के अन्य संगठनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

कार्यक्रम में अनामिका ज्योति, संगीता देवी, अंशु, मीणा, पी के शरण, नीता सिन्हा, नूतन, मयंक कुमार, अभिषेक, नरेन्द्र कुमार, राकेश मणि, ए के सिन्हा, रवि, ऋषि राज, आभा सिन्हा, आरती वर्मा, मीनू सिन्हा, स्वभाषणी स्वरूपा, आयुषी श्रीवास्तव, स्वभं गौड़, रीना प्रसाद, चितरंजन प्रताप, श्वेता रश्मि, गंगा कर्ण सहित, नंदा, धनंजय सहित पटना जिला के सभी पदाधिकारीगण एवं सदस्यगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंच संचालन शिवानी गौड़ कर रही थी। 

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