Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

गुरु शिष्य

गुरु  शिष्य

दुर्गेश मोहन
गुरु होते हैं मार्गदर्शक
शिष्यों के लिए आकर्षक।
गुरु देते शिष्यों को शिक्षा
शिष्य भी करते गुरु की रक्षा।
गुरु _शिष्य के रिश्ते हैं अनमोल
इनके होते हैं सुन्दर बोल।
दोनों होते हैं महत्वपूर्ण
ये दोनों होते हैं पूर्ण।
गुरु_शिष्य करते भारत का कल्याण
जिससे भारतवर्ष बना रहेगा महान।
गुरु का होता यशोगान
शिष्य का भी होता गुणगान।
दुर्गेश मोहन बिहटा, पटना (बिहार)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ