Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

आ मुझे प्यार कर ले

आ मुझे प्यार कर ले

बहुत दिनों से हमारी
देखा देखी चल रही है।
वो मुझको हम उनको
दूर से रोज देख रहे है।
कभी वो हंसते देखते है
तो हम भी मुस्कारा देते है।
और कहते आ मुझे प्यार कर ले
सावन के इस महीने में।।


खेलते हुए बालों की चोटी से
लुभाते हुये इशारे करती है।
और अपनी तरफ हमारा
ध्यान आकर्षित वो करती है।
धारणकर नये परिधानों को
श्रृंगार वो अपना करती है।
और अपने पास बुलाने का
सांकेतिक संदेश वो देती है।।


हृदय मेरा भी देखो अब
धीरे धीरे पिघलने लगा है।
दिल और मन भी मेरा अब
बहुत बैचेन सा रहने लगा है।
न देखूँ उनकी सूरत को तो
खाली खाली सा लगता है।
बस एक झलाक उनकी
अब देखने का मन करता है।
और दिल मेरा कहता है
आ मुझे तू प्यार कर ले सावन में।।


जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ